आरयू वेब टीम। देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का रविवार सुबह 82 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। सेना के अस्पताल की ओर से बताया गया है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री मेजर जसवंत सिंह (सेवानिवृत्त) का रविवार सुबह 6:55 पर निधन हो गया। उन्हें 25 जून को भर्ती कराया गया था और मल्टीअर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम के साथ सेप्सिस का इलाज किया जा रहा था। आज सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे जसवंत सिंह के निधन की खबर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री समेत राजनीति जगत की कई हस्तियों ने शोक व्यक्त किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के निधन पर ट्वीट कर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ‘ वयोवृद्ध सैनिक, उत्कृष्ट सांसद, असाधारण नेता एवं बुद्धिजीवी जसवंत सिंह का निधन दुखद है। उन्होंने कई कठिन भूमिकाओं का निर्वहन सहजता और समानता के साथ किया।’ उन्होंने कहा, ‘ उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।’
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘जसवंत सिंह जी ने पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान देश की सेवा पूरी मेहनत से की। अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और बाहरी मामलों की दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं।’
प्रधानमंत्री ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ”जसवंत सिंह जी को राजनीति और समाज के मामलों पर उनके अनूठे दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में भी योगदान दिया। मैं हमेशा उनके साथ हमारी बातचीत को याद रखूंगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।”
यह भी पढ़ें- बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद का ऐम्स में निधन
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी जयवंत सिंह के निधन पर दुख जताया। ट्वीट कर रक्षामंत्री ने कहा कि, ”अनुभवी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं में देश की सेवा की। उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया। जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा में तारकीय रिकॉर्ड के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ॐ शांति।’
बता दें कि जसवंत सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। भारतीय सेना में लंबे समय तक सेवा देने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा था। जसवंत सिंह संसद के दोनों सदनों के सदस्य रहे।
बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक जसवंत सिंह को पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय किस्मत आजमायी, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2014 में ही गिरने के कारण उन्हें सिर में गंभीर चोट आयी, इसके बाद से वे कोमा में थे।