आरयू ब्यूरो, लखनऊ। रबी-उल-अव्वल के जुलूस को लेकर इमाम ईदगाह लखनऊ एवं इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने एडवाइजरी जारी की है। फरंगी महली ने कहा कि इस बार नबी की पैदाइश के 1500 साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे में सभी अहले ईमान को दावत दी जाती है कि वह इस पवित्र महीने के दौरान होने वाले आयोजन, जुलूस और प्रोग्राम में भरपूर हिस्सा लें और पैगम्बर-ए-इस्लाम का पैगाम-ए-मोहब्बत और रहमत दुनिया तक पहुंचाएं।
एडवाइजरी के मुताबिक, 12 रबी-उल-अव्वल पांच सितंबर यानि कल है, इसी दिन जुलूस भी निकाला जाएगा। मौलाना ने अपील की है कि लोग प्रशासन द्वारा तय किए गए रास्तों पर ही जुलूस निकालें और किसी भी तरह की ऐसी हरकत से परहेज करें जो इस्लामी तालीमात या सरकारी आदेशों के खिलाफ हो। साथ ही कहा कि बैनर व झंडे घर से लपेटकर लाएं और जुलूस में शामिल होते ही खोलें।
वहीं नारेबाजी के दौरान ऐसी कोई बात न कही जाए, जिससे किसी धर्म या बिरादरी की भावनाओं को ठेस पहुंचे। मौलाना फरंगी महली ने विशेष तौर पर युवाओं से अपील की कि आज यानी 11 रबी-उल-अव्वल को सड़कों पर किसी तरह के मोटरसाइकिल स्टंट न करें, चूंकि इस बार जुलूस जुमे के दिन पड़ रहा है, लिहाजा वक्त की पाबंदी जरूरी है ताकि नमाज़-ए-जुमा वक्त पर अदा की जा सके। जामा मस्जिद ईदगाह में पहली नमाज-ए-जुमा दोपहर 12:45 बजे और दूसरी 2:40 बजे अदा की जाएगी।
यह भी पढ़ें- बकरीद की 12 प्वाइंट वाली एडवाइजरी जारी कर फरंगी महली ने कहा, कुर्बानी के दौरान करें नियमों का पालन
इस दौरान मौलाना ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि इस मौके पर मुल्क की सलामती, अमन और तरक्की के लिए खास दुआएं करें। उन्होंने कहा कि ये अजीम मौका हमें पैगम्बर-ए-इस्लाम के पैगामरहमत, मोहब्बत और इंसाफ को अपनाने और पूरी दुनिया तक पहुंचाने का संकल्प देता है।