आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आगरा में करणी सेना से जुड़े लोगों ने राणा सांगा के बारे में विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के घर पर बुधवार को हमला किया। इस हमले के बाद सियासत गरमा गई। हमले के बाद सांसद सुमन शुक्रवार को पहली बार आगरा पहुंचे। यहां उन्होंने एक बड़ा बायन दिया, जिसकी काफी चर्चा है। उन्होंने करणी सेना को खुला चैलेंज देते हुए आज कहा है कि अगर “प्रशासन हमें छूट दे हम उनसे निपट लेंगे। देख लेंगे कि हमें क्या करना है।”
आज सासंद ने यह भी कहा कि “मुझे जो भी कहना था, वह मैं कह चुका हूं। आज राज्यसभा में मुझे बोलना था, लेकिन वहां इतना शोर हुआ कि मैं अपनी बात नहीं कह सका।” इस बयान में उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ‘लोकतंत्र के अनुसार आप धरना दे सकते हैं, लेकिन यह सरासर मेरे घर परिवार पर हमला था।’ उन्होंने इसे एक षड्यंत्र के तहत किया गया बताया।
मालूम हो कि रामजी लाल सुमन ने गुरुवार को कहा था कि वह राणा सांगा पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि इतिहास को नकारा नहीं जा सकता। सुमन का हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि राणा सांगा एक ‘गद्दार’ था, जिसने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को बुलाया था। राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे।