बस्ती से केजरीवाल का अमित शाह को चैलेंज, झुग्गी वालों के केस लें वापस नहीं लड़ूंगा चुनाव

झुग्गी बस्ती
प्रेसवार्ता में बोलते केजरीवाल।

आरयू वेब टीम। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी बीच रविवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा सरकार को निशाने पर लेकर पूछा भाजपा ने चुनावी वादों में ये कहा था कि “जहां झुग्गी, वहां मकान” बनेगा। हालांकि, उनका आरोप था कि इस वादे के पीछे की असलियत यह थी कि यह मकान झुग्गी वालों के नहीं, बल्कि भाजपा के बिल्डर दोस्तों के लिए बनाए जा रहे हैं।

दिल्ली के झुग्गी बस्ती में प्रेसवार्ता कर केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चैलेंज करते हुए कहा कि वह सभी मामलों को कोर्ट से वापस लें, जिनमें झुग्गी वालों को उजाड़ा गया है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी उन लोगों को उनकी पुरानी जमीन पर वापस बसाए, जिन्हें उजाड़ा गया, तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। केजरीवाल ने साफ किया कि उनका उद्देश्य झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा करना है और वह इस मुद्दे पर बीजेपी के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। उनका कहना था कि जब तक वे दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, तब तक झुग्गी बस्तियों के लोगों का हक नहीं छीना जा सकता।

साथ ही भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दस सालों में भाजपा ने केवल 4700 मकान ही बनाए हैं, जो कि बहुत कम हैं। भाजपा को मकान बनाने में कोई रुचि नहीं है, बल्कि वे केवल झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। साथ ही कहा कि आने वाले पांच सालों में भाजपा झुग्गी बस्तियों को तोड़ने और वहां रहने वाले लोगों को सड़क पर लाने की योजना बना रही है।

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वहीं केजरीवाल ने यह भी कहा कि अगर वह दिल्ली में मुख्यमंत्री नहीं होते, तो पिछले दस सालों में इन झुग्गियों को तोड़ दिया गया होता। यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी को झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों की कोई परवाह नहीं है। उन्हें केवल अपने पैसे वाले दोस्तों की चिंता है। केजरीवाल ने आगे कहा कि भाजपा ने झुग्गी बस्तियों को खत्म करने की योजना बनाई है और एक साल के भीतर वे इन बस्तियों को तोड़ने का इरादा रखते हैं। हर झुग्गी के लिए एक अलग प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।

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