आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज कहा है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर निराश्रित गौवंश का संरक्षण व संवर्धन लगातार किया जा रहा। पशुपालकों व किसानों की आय में बढ़ोत्तरी करना ही सरकार का मुख्य उद्देश्य है और इस दिशा में उनका विभाग भी लगातार काम कर रहा है।
यह बातें आज पशुपालन निदेशालय में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्चुअली रूप से प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए छह जनपदों के 12 गो संरक्षण केंद्रों के लोकार्पण के दौरान धर्मपाल सिंह ने कही।
12 केंद्रों पर खर्च हुए 1921 लाख
योगी सरकार के मंत्री ने बताया कि यूपी के मुरादाबाद व बागपत जिले में तीन-तीन, मथुरा व अमेठी में दो-दो, जबकि जालौन व उन्नाव में एक-एक गो संरक्षण केंद्र का सौ प्रतिशत निर्माण हो चुका है। इन केंद्रों के निर्माण में राज्य सरकार द्वारा प्रति केंद्र रु 160.12 लाख अर्थात रु 1921.44 लाख रुपए खर्च किए हैं। हर केंद्र में करीब चार सौ गोवंश को संरक्षित किया जा सकेगा।
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गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ करें संरक्षण
इस मौके पर पशुधन मंत्री ने संबंधित जनपदों के मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों से वार्ता की और निर्देशित किया कि गौवंश संरक्षण के कार्यों को पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ करें, सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।
पशुपालकों का जीवन बेहतर बनाने में गोवंश का अहम योगदान
धर्मपाल सिंह ने आगे कहा कि निराश्रित गोवंश का संरक्षण योगी सरकार की प्राथमिकता है। किसानों की आय में पशुपालन की अहम भूमिका है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर पशुपालकों का जीवन बेहतर बनाने में गोवंश का अहम योगदान भी है।