कुकरैल किनारे अब एलडीए बनाएगा उर्मिला वन, छोटे इमामबाड़े का गेट संवारने में खर्च करेगा छह करोड़

उर्मिला वन
निरीक्षण के दौरान एलडीए अफसर-इंजीनियरों से जानकारी लेतीं रोशन जैकब।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। अकबर नगर में सौमित्र वन विकसित करने के बाद अब लखनऊ विकास प्राधिकरण कुकरैल नदी के किनारे बची भीखमपुर क्षेत्र की जमीन पर उर्मिला वन भी बनाएगा। भीखमपुर से लखनऊ नगर निगम के किनारे करने के बाद एलडीए का कहना है कि भीखमपुर के पास उर्मिला वन को वह पूरी तरह प्राकृतिक तरीके से विकसित कर देगा। सुरक्षा के लिए फेन्सिंग के कामों के अलावा सिविल से संबंधित कोई काम नहीं कराएगा।

इसके साथ ही एलडीए ने आज मीडिया को बताया है कि वह हेरिटेज जोन स्थित छोटे इमामबाड़े के तीनों गेटों को संवारेगा। इसके लिए वह स्‍मार्ट सिटी से छह करोड़ लेकर खर्च करेगा। वहीं एलडीए ने ध्‍वस्‍तीकरण अभियान में तेजी लाने के लिए तीन जेसीबी व एक पोकलैंड मशीन खरीदी है। इन मशीनों का उद्घाटन आज नारियल फोड़कर एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार व सचिव विवेक श्रीवास्‍तव ने किया है।

इस पहले एलडीए अध्यक्ष रोशन जैकब ने भीखमपुर का निरीक्षण कर उर्मिला वन विकसित करने के निर्देश दिये। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने निरीक्षण के बाद मीडिया से कहा कि भीखमपुर के पास कुकरैल नदी से सटी करीब 24 एकड़ जमीन पर उर्मिला वन विकसित किया जाएगा।

एक अलग कीर्तिमान बनाएगा उर्मिला वन: प्रथमेश कुमार

वीसी के अनुसार उर्मिला वन शहर वासियों को ताजी सांस तो देगा ही साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रदेशभर में चलाये जा रहे महाअभियान में एक अलग कीर्तिमान भी स्थापित करेगा। इसके लिए यहां मियावॉकी पद्धति से पौधरोपण किया जाएगा, जिससे सघन वन विकसित होगा। यहां रोपित किये जाने वाले पेड़-पौधों का चयन भी पर्यावरण को ध्यान में रखकर किया जाएगा। इससे एक तरफ तो वायु शुद्धि, छाया एवं शीतलता, मिट्टी सुधार, कटाव नियंत्रण व जैव विविधता को समर्थन मिलेगा। दूसरी तरफ कुकरैल नदी के किनारे का बफर वनीकरण जल गुणवत्ता में सुधार, बाढ़ शमन, पर्यावास और जैव विविधता व जलवायु शुद्धिकरण में उपयोगी होंगे।

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प्रथमेश कुमार के अनुसार उर्मिला वन को पूरी तरह प्राकृतिक रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए वन क्षेत्र में किसी भी तरह का सिविल वर्क नहीं कराया जाएगा और वॉकिंग ट्रेल भी कच्चे बनाये जाएंगे। सिर्फ वन क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए चारों तरफ वाह्य क्षेत्र में चेन लिंक फेन्सिंग का काम होगा।

सिंचाई व्‍यवस्‍था होगी परमानेंट

उपाध्‍यक्ष ने यह भी बताया कि वन में रोपित किये जाने वाले पेड़-पौधों की सिंचाई के लिए स्थायी व्यवस्था की जाएगी। इसके तहत पूरे वन क्षेत्र में अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। इसमें निर्धारित दूरी पर पॉप-अप स्प्रिंकलर लगाये जाएंगे, जिससे पौधों को नियमित रूप से पानी दिया जा सकेगा।

बैठक कर कमिश्‍नर ने देखा प्रेजेंटेशन

वहीं भीखमपुर का निरीक्षण करने के साथ ही रोशन जैकब ने एलडीए में बैठक कर प्राधिकरण के कामों का प्रेजेंटेशन देखा। बैठक के बाद एलडीए उपाध्यक्ष ने मीडिया से कहा कि छोटा इमामबाड़ा शहर के प्रमुख पर्यटक स्थलों में शामिल है। वर्तमान में इसके तीनों गेट काफी जर्जर हैं। इन्‍हें स्‍मार्ट सिटी के छह करोड़ रुपये से ठीक कराया जाएगा। इसके अलावा लगभग पांच करोड़ खर्च कर रिफा-ए-आम क्लब की बाउन्ड्रीवॉल बनवाकर परिसर को सुरक्षित किया जाएगा।

बैठक में मण्डलायुक्त ने गांधी भवन स्थित म्यूजियम को अपग्रेड करने का प्रस्‍ताव बनाने का आज प्राधिकरण के इंजीनियरों को निर्देश दिया। इसके अलावा प्राधिकरण की नैमिष नगर एवं वरूण विहार योजना के लिए भूमि जुटाने के लिए स्थल पर ही कैम्प लगाकर किसानों से जमीनों की रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिये।

एलडीए ने खरीदी तीन JCB व एक पोकलैंड

वहीं आज एलडीए की खरीदी तीन जेसीबी व एक पोकलैंड मशीन मीडिया के सामने आयी है। इन मशीनों को खरीदने के नाम पर प्राधिकरण ने कितना खर्च किया यह मीडिया को नहीं बताया गया है। इस बारे में पूछने के बाद भी मशीन खरीदने में मुख्‍य भूमिका निभाने वाले अधिशासी अभियंता मनोज सागर मीडिया को जवाब नहीं दे सके।

किराये वाली जेसीबी हो जाती थीं बंद: सचिव

वहीं सचिव विवेक श्रीवास्‍तव ने एक प्रेस नोट के माध्‍यम से मशीनों को खरीदने के संबंध प्राधिकरण का तर्क दिया है। विवेक श्रीवास्तव ने कहा कि अभी तक प्राधिकरण के पास पांच जेसीबी एक ही पोकलैंड थीं, जबकि प्रवर्तन के सात जोन है। ऐसे में एक साथ अलग-अलग जोन में कई अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्रवाई करने में बाधा होती थी। जरूरत पड़ने किराये पर मशीनें ली जाती थीं, जोकि अभियान के दौरान कई बार बंद पड़ जाती थीं।

वीसी के निर्देश पर खरीदी मशीनें

सचिव ने कहा कि समस्‍याओं को देखते हुए उपाध्यक्ष ने नयी मशीनें खरीदने के निर्देश दिये थे। जिसके अनुपालन में ही तीन जेसीबी व एक पोकलैंड खरीदी गयी है, जो 20 मीटर ऊंचाई तक निर्माण ध्वस्त करने में सक्षम है। इसे मिलाकर अब एलडीए के पास आठ जेसीबी व दो पोकलैंड मशीन हो गयी हैं। प्रत्येक प्रवर्तन जोन में एक-एक जेसीबी सम्बद्ध की गयी है, जिससे अभियान में तेजी आएगी।

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वहीं आज कुकरैल किनारे निरीक्षण के दौरान कमिश्‍नर के साथ वीसी प्रथमेश कुमार, सचिव विवेक श्रीवास्तव, अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा व सीपी त्रिपाठी, मुख्य अभियंता नवनीत शर्मा, अधीक्षण अभियंता संजीव कुमार गुप्ता व सीटीपी के.के. गौतम व अन्‍य मौजूद रहे।