आरयू वेब टीम। आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। नौकरशाह से राजनेता बने 51 वर्षीय केजरीवाल को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
लगातार तीसरी बार दिल्ली के सीएम पद की शपथ ग्रहण के बाद केजरीवाल ने कहा है कि वे केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा, “देश में दिल्ली से नई राजनीति की शुरुआत हुई है। दिल्ली के विकास के लिए प्रधानमंत्री का आशीर्वाद चाहता हूं। मैं सबके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं।”
वहीं शपथ समारोह के मंच पर दिल्ली को संवारने में योगदान देने वाले 50 विशेष अतिथि भी मौजूद रहे। इनमें डॉक्टर, शिक्षक, बाइक एंबुलेंस राइडर्स, सफाई कर्मचारी, कंस्ट्रक्शन वर्कर्स, बस मार्शल, ऑटो ड्राइवर आदि शामिल रहे।
आज केजरीवाल ने अपरान्ह करीब सवा 12 बजे रामलीला मैदान में पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके साथ मनीष सिसोदिया, सतेंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम ने भी दिल्ली सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। ये वही नेता हैं, जो अरविंद केजरीवाल की पिछली सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
ऐसे सीएम पर लानत है जो…
इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि चुनाव के दौरान जो भी राजनीतिक उठा-पटक हुई उसे भूल जाओ। हम केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे। आप किसी भी पार्टी या धर्म के हों, काम हो तो मेरे पास आ जाना। केजरीवाल ने कहा कि मां के लिए बच्चे का प्यार फ्री होता है। ऐसे सीएम पर लानत है जो स्कूल की फीस बच्चों से ले, मुफ्त इलाज न दे सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल अब पूरे देश में दिख रहा है। एक दिन भारत का डंका पूरी दुनिया में बजेगा।
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वही आज केजरीवाल सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए रामलीला मैदान में जनसैलाब उमड़ा। भारी संख्या में लोग अपने मुख्यमंत्री को शपथ लेते हुए देखने के लिए पहुंचे। इससे पहले आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा था कि विभिन्न क्षेत्रों से 50 लोग जो ‘दिल्ली के निर्माता’ हैं और पिछले पांच सालों में शहर के विकास में योगदान दिया है, केजरीवाल के साथ विशेष अतिथि के रूप में मंच साझा करेंगे। इनमें शिक्षक, बस मार्शल, सिग्नेचर ब्रिज के आर्किटेक्ट और अग्निशमन दल के परिवार शामिल हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई। खास बात यह भी है कि दिल्ली की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पूरी दिल्ली को बुलावा भेजा गया था। आम आदमी पार्टी का अनुमान था कि लगभग एक लाख लोग रामलीला मैदान पहुंच सकते हैं। इसको देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने भी आवाजाही आसान करने के लिए प्लान तैयार किया।
रामलीला मैदान से हुई थी शुरूआत
अरविंद केजरीवाल का रामलीला ग्राउंड से बहुत पुराना रिश्ता है। ये वही रामलीला मैदान है, जहां से अरविंद केजरीवाल इतने बड़े सियासी चेहरा बने। साल 2013 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन के मुख्य कर्णधारों में अरविंद केजरीवाल भी थे। इसी मैदान से अरविंद केजरीवाल ने पार्टी बनाने की घोषणा की। चुनाव लड़े, चुनाव जीते और पहली और दूसरी बार भी इसी रामलीला मैदान से मुख्यमंत्री की शपथ ली। अब तीसरी बार भी वे इसी रामलीला मैदान से शपथ लेकर सीएम की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।