आरयू वेब टीम।
देश की चार लोकसभा और दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए आज आरोपों के बीच मतदान संपन्न हुआ। मतदान को 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि इस चुनाव में हुए मतदान से जनता का रूख काफी हद तक साफ होने की उम्मीद जताई जा रही है।
चुनाव में यूपी की कैराना लोकसभा सीट काफी अहम मानी जा रही है। यहां से बीजेपी के पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला आरएलडी की तबस्सुम हसन से है, जिन्हें सपा, बसपा, कांग्रेस समेत अन्य क्षेत्रिय दलों का समर्थन हासिल है।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वरलू ने मीडिया को बताया कि शाम छह बजे तक कैराना में 54.17 प्रतिशत तथा नूरपुर विधानसभा में 61 प्रतिशत मतदान हुआ।
मतदान के साथ ही जारी रहा आरोपों का दौर
मतदान के बीच समाजवादी पार्टी के नेता राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि नूरपुर में 140 ईवीएम मशीनें खराब है, क्योंकि उनके साथ छेड़छाड़ की गई है। कैराना से भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आ रहा है।
वहीं आरएलडी प्रत्याशी तब्बसुम हसन ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा कि 59 वीवीपीएटी मशीनें काम नहीं कर रही हैं। मीडिया से बात करते हुए तब्बसुम ने कहा, आधिकारिक तौर पर चुनाव आयोग से शिकायत कर दी है। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनें जान-बूझकर खराब कराई जा रही हैं। इन सब चीजों से मेरी जीत का अंतर तो कम हो सकता है पर जीत पक्की है।
Tabassum Hasan, Rashtriya Lok Dal (RLD) candidate for #Kairana Lok Sabha by-poll, writes to the Election Commission over faulty EVMs & VVPATs in around 175 polling booths across Shamli, #Kairana and #Noorpur pic.twitter.com/thY6WXGZD4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 28, 2018
नूरपुर विधानसभा सीट पर 11 बजे तक 22 प्रतिशत, कैराना में 21.34 प्रतिशत वोटिंग हुई, जबकि दोपहर तीन बजे तक कैराना में 41.5 प्रतिशत और नूरपुर में 45 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। कैराना लोकसभा उपचुनाव में लगातार ईवीएम मशीनें खराब होने की शिकायतें आती रहीं। ईवीएम में खराबी के कारण कैराना के बूथ नंबर 268 में दो घंटों से भी ज्यादा इंतजार करने के बाद वोटर बिना वोट दिए अपने घर जा रहें, उनका कहना है कि अब वो दोबारा गर्मी में वोट डालने नहीं आएंगे।
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वहीं अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग को दिए गए शिकायत का एक लेटर पोस्ट किया है। साथ ही मतदाताओं से वोट डालने की अपील भी की है।
हज़ारों EVM में ख़राबी की शिकायतें आ रही हैं. किसान, मज़दूर, महिलाएँ व नौजवान भरी धूप में अपनी बारी के इंतज़ार में भूखे-प्यासे खड़े हैं. ये तकनीकी ख़राबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साज़िश. इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जायेगी.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 28, 2018
उप चुनाव में जगह-जगह से EVM मशीन के ख़राब होने की ख़बरें आ रही हैं, लेकिन फिर भी अपने मताधिकार के लिए ज़रूर जाएँ और अपना कर्तव्य निभाएँ.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 28, 2018
जाने कहां मिली गड़बडि़यां
कैराना में वीवीपीएटी मशीनों में खराबी की शिकायतें बढ़ी, शामली के दर्जनों मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने से चुनाव प्रभावित, खोडसमा गांव के बूथ नम्बर पांच पर ईवीएम खराब, झिंझाना के बूथ नम्बर 58 पर ईवीएम खराब, बाबरी के बूथ नंबर 33 पर ईवीएम खराब, अग्रवाल धर्मशाला के बूथ 49 पर ईवीएम खराब, बड़ा बाजार बूथ केन्द्र पर भी मशीन खराब, बनत के 91 बूथ पर ईवीएम खराब, चोसना के बूथ नंबर 34 पर इवीएम खराब, शामली के बूथ नम्बर 17 पर ईवीएम खराब, झिंझाना के राष्ट्रीय शिक्षा सदन कॉलेज के बूथ नंबर 58 पर ईवीएम खराब, जिसकी कारण मतदाताओं में काफी रोष है।
महाराष्ट्र में चार बड़ी पार्टियां- कांग्रेस, भाजपा, शिवसेना और राकांपा पूरा दम लगा रही हैं, क्योंकि इन उपचुनाव के नतीजों का असर भविष्य में देखने को मिल सकता है। जिन चार लोकसभा सीटों पर आज उपचुनाव हुुुआ, उनमें यूपी का कैराना, महाराष्ट्र का भंडारा-गोंदिया, महाराष्ट्र का ही पालघर और नागालैंड का एकमात्र लोकसभा सीट है। महाराष्ट्र की दोनों सीटों पर बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ी। पालघर में 46.50 प्रतिशत और भंडारा-गोंदिया में 38.65 फीसदी मतदान हुआ।
वहीं दस विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव के लिए वोट डाले गए, जिन सीटों पर उपचुनाव हुआ, उनमें यूपी का नूरपुर, पश्चिम बंगाल का महेश्ताला, झारखंड का गोमिया और सिल्ली, बिहार का जोकिहाट, पंजाब का शाहकोट, उत्तराखंड का थराली, केरल का चेंगन्नुर और मेघालय की अम्पाति सीट है।
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