विधानसभा के पास महिलाओं ने किया आत्मदाह की कोशिश, पुलिस पर लगाया झूठे मुकदमे में जेल भेजने का आरोप

आत्मदाह की कोशिश
हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए ले जाती पुलिस।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। विधानसभा के पास गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब तीन महिलाओं ने आत्मदाह का प्रयास करने की कोशिश की। बाराबंकी जिले से आई इन महिलाओं के साथ उनके परिजन भी थे। मौके पर मौजूद हजरतगंज पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए सभी को समय रहते काबू में कर लिया और आत्मदाह की कोशिश को नाकाम कर दिया। साथ सभी को हिरासत में लेकर हजरतगंज कोतवाली लाया गया, जहां पूछताछ की गई।

जानकारी के मुताबिक बाराबंकी के घुंघटेर थाने के बजगैनी गांव के रहने वाले जानकी प्रसाद अपने अपने पुत्र संतोष कुमार को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की बात से नाराज होकर आत्मदाह करने लखनऊ आये थे। जानकी प्रसाद के साथ उनका बेटा अंकित (29) पत्नी उर्मिला देवी और परिवार के दूसरे सदस्य पुष्पा देवी (45), पूनम देवी (26), रामदुलारी (28), सरिता भारती (34) पंकज (24) भी साथ थे।

यह भी पढ़ें- बेटी गायब होने से परेशान पति-पत्‍नी ने विधानसभा के सामने की आत्‍मदाह की कोशिश, पुलिस पर लगाया आरोप

परिवार दोपहर को विधानसभा मार्ग पर पैदल चल रहा था। इस दौरान बैरियर पर तैनात पुलिसकर्मियों की उन पर नजर पड़ी। परिवार ने जैसे ही बोतलों में लाया ज्वलनशील पदार्थ निकाला। पुलिस ने तत्काल उनको पकड़ लिया। परिवार के सदस्य को हजरतगंज कोतवाली ले जाया गया। जानकी प्रसाद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि हत्या के मामले में बाराबंकी में बेटे को जेल भेजा दिया गया है। वह निर्दोष है। स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की। इसलिए परिवार आत्मदाह करने के लिए लखनऊ आया है।

यह भी पढ़ें- छेड़खानी व पुलिस की कारस्‍तानी से परेशान युवती ने की मुख्‍यमंत्री आवास के पास आत्‍मदाह की कोशिश, मचा हड़कंप