आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन में भाजपा सरकार व महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद चल रहा है। भाजपा के कुछ नेता जहां महाराष्ट्र में कोरोना महामारी को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहें हैं, वहीं महाराष्ट्र सरकार गुजरात के हालात को बेकाबू बताते हुए भाजपा सरकार को गुजरात संभालने की नसीहत दे रही। वहीं इन सबके बीच बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती महाराष्ट्र विवाद में कूद पड़ीं हैं। मायावती ने सोशल मीडिया का सहारे लेते हुए महाराष्ट्र व मोदी सरकार को नसीहत दी है।
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बसपा सुप्रीमो ने आज ट्विट कर कहा कि, केंद्र व महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद के कारण लाखों प्रवासी श्रमिक अभी भी बहुत बुरी तरह से पिस रहे हैं जो अति-दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण। उन्होंने आगे कहा कि जरूरी है कि आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर इन मजलूमों पर ध्यान दें, ताकि कोरोना की चपेट में फंसकर इनकी जिंदगी पूरी तरह बर्बाद होने से बच सके।
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वहीं मायावती ने अपने दूसरे ट्विट में भाजपा के साथ ही कांग्रेस को भी लपेट लिया। मायावती ने देश की दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि, वैसे भी चाहे बीजेपी की सरकारें हों या फिर कांग्रेस पार्टी की, कोरोना महामारी व लंबें लॉकडाउन से सर्वाधिक पीड़ित प्रवासी श्रमिकों व मेडिकलकर्मियों के हितों की उपेक्षा व प्रताड़ना जिस प्रकार से लगातार की जा रही है वह भी उचित व देशहित में कतई नहीं है, सरकारें तुरंत ध्यान दें।