आरयू वेब टीम। नोएडा में शुक्रवार को एक फार्मास्युटिकल फर्म के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। ये मामला पिछले साल दिसंबर में उज्बेकिस्तान में कफ सीरप पीने से 18 बच्चों की मौतों से जुड़ा हुआ है। वहीं, डायरेक्टर लेवल के दो अधिकारी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
पुलिस के अनुसार, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के एक ड्रग इंस्पेक्टर की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है। मैरियन बायोटेक के दो निदेशकों सहित पांच अधिकारियों के खिलाफ गुरुवार देर रात नोएडा के फेज थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई थी।
शिकायतकर्ता ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार, मैरियन बायोटेक की दवाओं के नमूनों की जांच की गई थी। उनमें से मिलावट और नकली पाया गया। एफआइआर नामजद हुई थी। थाना प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि कंपनी के दो निदेशक फरार हैं। गिरफ्तार आरोपितों में ऑपरेशन हेड तुहिन भट्टाचार्य, मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट अतुल रावत और एनालिटिकल केमिस्ट मूल सिंह शामिल हैं।
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दरअसल, मैरियन बायोटेक का नोएडा के सेक्टर 67 में कार्यालय है। पिछले साल दिसंबर में कंपनी की खांसी की दवा डॉक -1 जांच के दायरे में आई थी। उज्बेकिस्तान ने दावा किया था कि इस सीरप के पीने से वहां 18 बच्चों की मौत हो गई थी।