आरयू वेब टीम। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को मिलाद-उन-नबी के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को श्रीनगर की हजरतबल दरगाह पर नमाज पढ़ने के लिए जाने से रोक दिया। जिसके बाद अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस व पीडीपी प्रमुख ने इसकी निंदा की है।
फारूक अब्दुल्ला की पार्टी ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि “जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने फारूक अब्दुल्ला के घर को ब्लॉक कर दिया और उन्हें हजरतबल दरगाह में नमाज पढ़ने के लिए जाने से रोक दिया गया है। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस नमाज पढ़ने की आजादी के इस उल्लंघन की निंदा करती है।”
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वहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अब्दुल्ला को नमाज पढ़ने जाने से रोकने की निंदा की है। उन्होंने भी ट्वीट कर कहा कि, “फारूक साहब को मिलाद उन नबी के मौके पर नमाज पढ़ने से रोकना भारत सरकार के असुरक्षा के भाव और जम्मू-कश्मीर को लेकर उसके कड़े रुख को दर्शाता है। यह हमारे अधिकारों का घोर उल्लंघन है और यह अत्यंत निंदनीय है।”
बता दें कि पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के समय से ही अब्दुल्ला को हिरासत में रखा गया था। इस साल मार्च में उन्हें रिहा किया गया था।