आरयू वेब टीम।
गोरक्षा के नाम पर देश भर से आ रही हिंसा के खबरों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस मामले में बड़ा बयान आया है। अहमदाबाद के साबरमती आश्रम पहुंचे मोदी ने साफ तौर पर कहा कि गोरक्षा के लिए हिंसा करना, लोगों को मारना उन्हें स्वीकार नहीं है।
पीएम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के गुरु श्रीमद राजचंद्रजी की 150वीं जयंती के मौके पर साबरमती आश्रम में भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने बापू को याद करते हुए कहा कि दूसरों के खिलाफ हिंसा करना राष्ट्रपिता के आदर्शों के विरूद्ध हैं। ‘गौ भक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं है। इसे महात्मा गांधी कभी स्वीकार नहीं करते। देश में किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
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मोदी आगे बोले कि ‘चलिए सभी मिलकर काम करें। महात्मा गांधी के सपनों का भारत बनाते हैं। एक ऐसा भारत बनाते हैं जिस पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को गर्व हो। प्रधानमंत्री ने आश्रम में चरखा चलाने के अलावा पौधे भी लगाए।
बता दें कि हाल ही में ईद की खरीदारी कर घर लौट रहे 16 वर्षीय जुनैद की मथुरा जा रही ट्रेन में कुछ लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं हमला करने वालों ने जुनैद और उसके साथ के लोगों पर फब्तियां कसीं तथा उनको ‘गोमांस खाने वाले’ और ‘देशद्रोही’ कहा।
दिव्यांग परिवार के साथ ही देश की जिम्मेदारी
दो दिवसीय गुजरात दौरे पर निकले प्रधानमंत्री अहमदाबाद के अपने कार्यक्रम के बाद राजकोट भी पहुंचे। जहां उन्होंने एक रोड शो किया। रोड शो के बाद पीएम एक कार्यक्रम में शामिल होकर विकलांगों को उपकरण बांटे। कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा कि दिव्यांग एक परिवार के साथ ही समाज और देश की भी जिम्मेदारी है। उनकी सरकार ने दिव्यांगों के लिए काफी कुछ किया है। उन्होंने राजकोट से अपना विशेष लगावा बताते हुए कहा कि 40 साल बाद कोई प्रधानमंत्री राजकोट आया है।
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