आरयू वेब टीम। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने शनिवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और सत्तारूढ़ दल पर दलितों, पिछड़े, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। आप सांसद ने अपने बयान में एनडीए सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, मुस्लिमों, ईसाइयों, सिखों के खिलाफ है और अगर यह ओबीसी आरक्षण बिल आया है और सरकार की मंशा साफ है तो उन्हें बिल पास करना चाहिए।
संजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि ये बिल देश के पिछड़े वर्ग के लोगों के हित में है और हम इस बिल का एक बार नहीं, हजार बार समर्थन करेंगे। राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि अगर आपकी पार्टी और आपकी नियत साफ है तो इससे अच्छा कोई बिल नहीं आ सकता, इस बिल को पास करें, जनसंख्या के आधार पर ओबीसी के लिए आरक्षण होना चाहिए। इस बिल का विरोध कर भाजपा ने अपना असली चेहरा पूरे देश के सामने उजागर कर दिया है।
हमला जारी रखते हुए संजय सिंह ने कहा कि वे ईडी और सीबीआइ का इस्तेमाल करते हैं और विपक्षी पार्टी के नेताओं को जेल भेजते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ममता बनर्जी का बयान सही है। संसद में विरोध प्रदर्शन हुआ कि बजट में राज्यों के साथ भेदभाव किया गया है। कई राज्यों को धन आवंटित नहीं किया गया है। बैठक में जाने का उनका मकसद सच्चाई जानना था और उन्हें यह पता चला और फिर उन्होंने बयान दिया।
यह भी पढ़ें- संजय सिंह का गंभीर आरोप, जेल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सेहत से हो रहा खिलवाड़
संजय सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान ओबीसी आरक्षण को लेकर एक प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आते हैं। इस बिल में वो मांग करते हैं कि ओबीसी का आरक्षण उनकी जनसंख्या के अनुपात में दिया जाए।
इस बिल के आते ही भाजपा सांसद बौखला जाते हैं और संसद में मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में बदसलूकी और दादागिरी शुरू कर देते हैं। यह भाजपा की दलित और पिछड़ा विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि वहीं, जब कांग्रेस पार्टी के सांसद नीरज डांगी ने ओबीसी आरक्षण और जातीय जनगणना पर बोलना शुरू तब भाजपा के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। उस समय चेयर पर बैठी हुई मैडम उग्र हो चुके भाजपा सांसदों को लगातार रोकती रहीं, लेकिन भाजपा वाले नहीं माने और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दिया।
आप सांसद ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में गलत बयानबाजी की। उन्होंने झूठ बोलते हुए कहा कि संसद में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करना शुरू किया, जबकि सच्चाई यह है कि कांग्रेस पार्टी के सांसद के प्राइवेट बिल पर बोलना शुरू करते ही भाजपा के सांसद हंगामा करना शुरू कर देते हैं। इसके साथ ही भाजपा के सांसद मुझे धमकाने लगे कि इन्हें जेल भेजना है। मैं भाजपा वालों से कहूंगा कि मैं आपकी जेल और लाठी से डरने वाला नहीं हूं। जहां पर दलित, पिछड़े और आदिवासियों की बात होगी, ‘आप’ उनके लिए आवाज उठाएगी। हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। ‘आप’ सांसद ने भाजपा दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, नौजवानों और महिलाओं की विरोधी है। ये लोग किसी के सगे नहीं हैं ।
दरअसल लोकसभा सांसद चंद्र शेखर आजाद ने शुक्रवार को एक निजी विधेयक पेश किया, निजी क्षेत्र, शैक्षणिक संस्थानों और कम से कम 20 कर्मचारियों वाले और बिना किसी सरकारी वित्तीय हित वाले अन्य प्रतिष्ठानों में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए आरक्षण की वकालत की गई।