आरयू ब्यूरो, लखनरऊ। हम सब जानते हैं कि पूरी दुनिया कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रही है। ऐसे समय में स्टार्टअप व एमएसएमई सेक्टर उम्मीद की एक नई किरण है। इस चुनौतीपूर्ण समय में सपनों को साकार व अर्थव्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने में सिडबी की एक बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है।
यह बातें सोमवार को राजधानी लखनऊ में सिडबी भवन का ऑनलाइन शिलान्यास करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के सामने कही। योगी ने आगे कहा कि हमारे लिए यह भी गौरव की बात है कि सिडबी का प्रधान कार्यालय हमारे प्रदेश की राजधानी लखनऊ में है। साथ ही एमएसएमई सेक्टर को यूपी में विकसित करने में हमारे लिए एक बेहतर अवसर है।
एमएसएमई सेक्टर के लिए सिडबी के साथ…
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के एमएसएमई सेक्टर कि देश की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ी भूमिका थी। हम देश की आजादी के समय में यूपी की प्रति व्यक्ति आय को और आज कि यूपी की प्रति व्यक्ति आय को राष्ट्रीय आय के साथ जब जोड़ करके देखते हैं, उत्तर प्रदेश को एक बार फिर से अपनी उन जड़ों को तलाशने की आवश्यकता है और इस दृष्टि से जो पिछले दिनों यूपी सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप नीति के अंतर्गत सीडीबी के द्वारा 15 करोड़ फंड ऑफ फंड्स की व्यवस्था के द्वारा शुरू हुए है उनमें सिडबी के साथ यूपी सरकार ने हस्ताक्षरित किया है, यह इस दिशा में की गई एक सकारात्मक पहल है। मुझे विश्वास है कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर के लिए सिडबी के साथ मिल इस भूमिका को और मजबूती के साथ बढ़ाने में हमें मदद मिलेगी।
युवाओं और समाज में देखने को मिला सकारात्मक परिणाम
उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप फंड की स्थापना लगभग हजार रुपए की लागत से जो कार्रवाई प्रारंभ हुई है इसमें सिडबी ने यूपी के साथ विगत दिनों में एक एमओयू किया है। इससे लोगों को स्वावलंबन की ओर अग्रसर होने में मदद मिलेगी” सिडबी के माध्यम से स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में जो मदद अब तक मिली है उसके बहुत सकारात्मक परिणाम युवाओं में और समाज के विभिन्न तबकों में देखने को मिला है। हमारा ये मानना हैं कि स्टार्टअप कि प्रधानमंत्री की सकारात्मक सोच ने देश में एक सकारात्मक माहौल दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अभी सिडबी के नए मुख्यालय भवन के डिस्प्ले को देखा है और इस बात को मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जो एक संकल्पना दी गई है कि ग्रीन बिल्डिंग के रूप में हम इसे विकसित करेंगे और इसमें उर्जा, जल, वेस्ट प्रोडक्ट की बचत के साथ ही जल की रीसाइक्लिंग और रिचार्जिंग की व्यवस्था तथा ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहित करने और जल संरक्षण के अभियान को भी आगे बढ़ाने के लिए तथा एमएसएमई सेक्टर के प्रोत्साहन के लिए भी यहां पर जो व्यवस्था दी गई है वह अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री द्वारा 2014 में स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया…
सीएम ने आगे कहा कि हम सब जानते हैं कि सिडबी एमएसएमई सेक्टर के वित्त पोषण एवं विकास के लिए काम करने वाली एक प्रमुख वित्तीय संस्था है। भारत सरकार के चाहे वह स्टार्टअप फंड हो, निधि प्रबंधन का कार्य हो या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया तथा मेक इन इंडिया जैसे प्रारंभ किए गए कार्यक्रम, इन सब का आधार सिडबी है।
प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए योगी ने कहा कि हमारा मानना है कि स्टार्टअप की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सकारात्मक सोच ने देश में एक सकारात्मक माहौल दिया है। एक नई सोच के साथ आज के युवा को हम लोगों ने रोजगार आकांक्षी बनाने, रोजगार प्रदाता बनाने में बहुत बड़ी मदद की है और वह वर्तमान भारत की ताकत को भी प्रस्तुत करता है।
साथ ही योगी ने कहा कि यूपी में स्टार्टअप फंड की स्थापना के लिए करीब हजार करोड़ की लागत से जो कार्रवाई प्रारंभ हुई है, इसमें भी सिडबी ने यूपी के साथ विगत दिनों एक एमओयू हस्ताक्षरित किया है इससे ‘आत्मनिर्भर अभियान’ तथा लोगों को स्वावलंबन की ओर अग्रसर होने में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश की अभिनव योजना ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ एमएसएमई सेक्टर के लिए एक ‘गेम चेंजर’ का काम करेगी। हम लोगों ने वर्ष 2018 में इस योजना को प्रारंभ किया था और आज भारत सरकार ने भी वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट योजना को अपने स्वयं के अभियान का हिस्सा बनाकर प्रत्येक राज्य को इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया है। योगी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना का आधार ही ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ की यह अभिनव योजना है। यह योजना निश्चित ही इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगी।
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इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि, मैं सबसे पहले धन्यवाद देता हूं सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक को, कि लगभग 30 वर्ष के बाद देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक के अपने स्वयं के मुख्यालय का मार्ग आपने प्रशस्त किया है।
यह हमारे लिए भी, देश के लिए भी, इस देश के सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश के लिए और देश के एमएसएमई सेक्टर के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। मैं इसके लिए इस सेक्टर में रुचि रखने वाले, इसके माध्यम से रोजगार प्राप्त करने वाले और इसके माध्यम से आने वाले समय में लाभान्वित होने वाले सभी संबंधित पक्षों को हृदय से बधाई देता हूं।