आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण की नैमिष नगर व वरूण विहार (पुराना नाम उद्योग नगर) आवासीय योजना में आ रहे गांवों में कुछ महीनों से तेजी से चल रही जमीनों की मनमानी व संदिग्ध खरीद-फरोख्त पर एलडीए रोक लगाएगा। प्राधिकरण के इस कदम के बाद अब योजना से संबंधित गांव के किसान अपनी जमीन को प्रापर्टी डीलर और बिचौलियों को नहीं बेच सकेंगे। इसके लिए एलडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी व ज्ञानेंद्र वर्मा ने प्रभावित गांव की जमीन की रजिस्ट्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए उप निबंधकों को पत्र भी भेज दिया है।
थर्ड पार्टी को रजिस्ट्री कर रहें किसान
शनिवार को इस बारे में जानकारी दते हुए एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने मीडिया को बताया कि प्राधिकरण के संज्ञान में आया था कि दोनों आवासीय योजनाओं के अंतर्गत आ रहे गांवों के किसान प्राधिकरण के अलावा थर्ड पार्टी के पक्ष में जमीन की रजिस्ट्री कर रहे हैं। जिससे मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के अंतर्गत मंजूर इन महत्वपूर्ण आवासीय योजनाओं पर गलत प्रभाव पड़ सकता है।
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वीसी ने कहा कि इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए बीकेटी, सदर व सरोजनीनगर तहसील के उप निबंधक को पत्र भेजा गया है। जिसमें इन दोनों योजनाओं में आ रहे गांवों की जमीन को प्राधिकरण के अलावा किसी अन्य पक्षों को किये जाने वाले विक्रय अनुबंधों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए कहा गया है। इससे योजना में सक्रिय बिचौलियों व प्रॉपर्टी डीलरों के गठजोड़ पर शिकंजा कसेगा और भविष्य में भूमि-स्वामित्व को लेकर किसी भी तरह के विवाद की स्थिति पैदा नहीं होगी।
6,580 एकड़ में बसेगी वरूण विहार
वहीं आने वाली योजनाओं के बारे में उपाध्यक्ष ने बताया कि आगरा एक्सप्रेस-वे के पास करीब 6,580 एकड़ में वरूण विहार योजना विकसित की जाएगी। जिसके लिए सदर व सरोजनीनगर तहसील के ग्राम-भलिया, आदमपुर इन्दवारा, बहरू, जलियामऊ एवं मदारपुर, इब्राहिमगंज, नकटौरा, गहलवारा, तेजकृष्ण खेड़ा, रेवरी, सकरा व दोना की भूमि चिन्हित की गयी है।
18 गांव की 3670 एकड़ जमीन लेगा प्राधिकरण
इसी तरह सीतापुर-रैथा रोड पर प्रस्तावित नैमिष नगर योजना के लिए 18 गांवों की करीब 3670 एकड़ जमीन ली जानी है। इसमें बीकेटी व सदर तहसील के ग्राम-भौली, लक्ष्मीपुर, पूरब गांव, पुरवा, सैरपुर, फरूखाबाद, कोड़री भौली, कमलाबाद, कमलापुर, पलहरी, गोपरामऊ, बारूमऊ, धतिंगरा, सैदापुर, पश्चिम गांव, धोबैला, उमरभारी व दुग्गौर शामिल हैं।
सीधा किसानों के खाते में जा रहा पैसा
उपाध्यक्ष ने बताया कि वरूण विहार के लिए लगभग 22403 किसान और नैमिष नगर के लिए लगभग 18532 किसानों से प्राधिकरण के पक्ष में जमीन का बैनामा कराया जाना है। इसी क्रम में एलडीए लगातार किसानों से संपर्क करके सहमति के आधार पर जमीन का बैनामा करा रहा है, जिसकी पूर्ण धनराशि सीधा किसानों के बैंक खाते में भेजी जा रही है।