आरयू ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच चल रही वर्चस्व की उठापटक के दौरान आज नजीब जंग ने उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया। जंग के इस्तीफे के बाद राजनीति गलियारों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। दूसरी तरफ दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीटर के जरिए नजीब जंग के इस्तीफे पर हैरानी जताने के साथ ही उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। नजीब जंग ने यह फैसला उस समय लिया जब उनका लगभग डेढ़ साल का कार्यकाल बाकी था।
इस्तीफे के बाद जंग ने कहा है कि वह अपने पहले प्यार यानि कि एकेडमिक कैरियर की ओर वापस जा रहे हैं। उन्होंने नरेन्द्र मोदी और अरविन्द केजरीवाल को सहायोग के लिए शुक्रिया कहा है।
दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने इस्तीफे पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल के बीच डील हुई है, जिसके बाद नजीब जंग को अपने पद से हटना पड़ा। इस संबंध में केन्द्र सरकार को बताना होगा। उन्होंने आगे कहा कि जंग के बाद क्या उनकी कुर्सी पर भाजपा आरएसएस के किसी नुमाइंदे को बैठाएगी।
जंग 2013 में उपराज्यपाल बनाए गए थे। केन्द्र और दिल्ली सरकार के बदलने के बाद भी उनकी कुर्सी नहीं बदली थी। 2009 से 2013 तक जमिया मिलिया इस्लामिया के वाइस चांसलर रहे नजीब जंग ने इस्तीफे के बाद कहा कि वह शुरू से ही पढ़ाई-लिखाई के क्षेत्र में लौट जाना चाहते थे। अब वह अपनी इच्छा पूरी कर रहे हैं।