आरयू वेब टीम। नेशनल स्पेस डे के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित कर कहा कि आप सभी को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। साथ ही पीएम ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की उपलब्धियों की प्रशंसा की। उन्होंने याद दिलाया कि 2023 में भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल की थीम ‘आर्यभट्ट से गगनयान तक’ है, जो अतीत के आत्मविश्वास और भविष्य के संकल्प को दर्शाती है। इतने कम समय में यह दिन हमारे युवाओं में उत्साह और आकर्षण पैदा करने वाला अवसर बन गया है, जो देश के लिए गर्व की बात है।” उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में भारत ने खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड की मेजबानी की, जिसमें 60 से अधिक देशों के लगभग 300 युवा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और भारतीय युवाओं ने पदक भी जीते।
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पीएम मोदी ने इसरो की ओर से इंडियन स्पेस हैकाथॉन और रोबोटिक्स चैलेंज जैसी पहलों की भी सराहना की, जो युवाओं में अंतरिक्ष के प्रति रुचि बढ़ा रही हैं। इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने बताया कि चंद्रयान-4 और वीनस ऑर्बिटर मिशन शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “2035 तक हमारे पास ‘बीआइएस’ नामक अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा, जिसका पहला मॉड्यूल 2028 तक लॉन्च किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्चर (एनजीएल) को मंजूरी दे दी है। 2040 तक भारत चंद्रमा पर पहुंचेगा और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेगा। इस प्रकार 2040 तक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया के किसी भी अंतरिक्ष कार्यक्रम के बराबर होगा।”