आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ में दिव्यांगों ने सोमवार को भाजपा कार्यालय का घेराव किया। लेखपाल पद पर चयनित दिव्यांगो ने कहा कि नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर दस महीने से संघर्ष कर रहे हैं। सरकार नियुक्ति पत्र देने के बजाय अन्याय कर रही है। इस बीच पुलिस ने दिव्यांगों को भाजपा कार्यालय हटकर ईको गार्डन में प्रदर्शन करने का दबाव बनाया तो प्रदर्शनकारी युवकों और पुलिस में बहस हो गई। दिव्यांगों ने कहा हमारी सीएम या मुख्य सचिव से मुलाकात कराए नहीं तो हम 27 नवंबर तक यही बैठे रहेंगे।
भाजपा कार्यालय के गेट के सामने बैठे दिव्यांग 188 सीटों पर नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। दिव्यांगों ने सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। वहीं प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग संगठन महासचिव वीरेंद्र सिंह ने कहा दस महीने से लेखपाल चयनित दिव्यांगों का आंदोलन चल रहा है। नियुक्ति पत्र देने के बजाय सरकार और प्रशासन के लोग परेशान कर रहे हैं। सभी दिव्यांगजनों को आज न्याय दिलाना है। सड़क पर उतरकर अंतिम दम तक लड़ाई लड़ेंगे।
इस दौरान सभी दिव्यांग साथियों से अपील है कि लड़ाई को मजबूत बनाएं। साथ ही कहा रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा की सौ प्रतिशत गारंटी चाहिए। सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही है, इसलिए हम भाजपा संगठन के पास आए हैं। अगर संगठन भी नहीं सुनेगा तो हम लोग सड़क पर उतरेंगे। अनुशासित तरीके से महाआंदोलन करेंगे। आगे बताया कि दिव्यांग स्वास्थ्य, शिक्षा में सुधार और सुरक्षा की मांग के साथ पेंशन राशि में 5000 बढ़ाने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष जारी है।
वहीं एक अन्य दिव्यांग ने कहा कि दस महीने पहले 188 लेखपाल पद पर दिव्यांग कोटे का विज्ञापन जारी किया गया। उसके बाद हम लोगों ने परीक्षा दी। उसमें सफल होने के बाद दस्तावेज सत्यापन हुआ। सब कुछ होने के बाद हमें नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है। यह सीधे तौर पर हमारे साथ अन्याय हो रहा है।