आरयू वेब टीम।
एक महीने से पाकिस्तान के कैदी बने भारतीय सेना के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण को छुड़ाने के लिए अब भारत पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय से बात करेगा। इससे पहले भारत सेना के जरिए चंदू को छुड़ाने की कोशिश कर रहा था। 37 राष्ट्रीय राइफल के सिपाही चंदू बीते 29 सितंबर को गलती से पाकिस्तानी कब्जे वाले क्षेत्र में चले गए थे। तभी से भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि चंदू वापस अपने वतन लौट आए।
मालूम हो कि भारतीय सेना ने डीजीएमओ के माध्यम से पाक डीजीएमओ से चंदू को मुक्त करने की मांग की थी, बताया जा रहा हैं कि पड़ोसी देश ने इस मांग कोो अनसुना कर दिया। दूसरी ओर से अब तक कोई जवाब नहीं मिलने से अब भारतीय विदेश मंत्रालय के रूट पर चंदू की रिहाई के लिए प्रयास करेगा। मालूम हो कि कुछ दिन पहले रक्षा मंत्री मनोहर परिकर ने कहा था कि डीजीएमओ के जरिए चंदू चव्हाण को स्वदेश लाने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने उनहोंने यह भी कह दिया था कि दोनों देशों के संबंधों में तनाव को देखते हुए रिहाई में समय लग सकता है। पाक के पुराने रेकार्ड को देखते हुए महाराष्ट्र निवासी चंदू के परिवारवालें काफी पेरशान है।