आरयू वेब टीम। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हुए जानलेवा हमले के बाद केंद्र सरकार ने जेड सिक्योरिटी देने की बात कही। जिसपर शुक्रवार को ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि मुझे जेड कैटेगरी सिक्योरिटी नहीं चाहिए। मुझे घुटन की जिंदगी नहीं चाहिए। साथ ही सरकार से सवाल किया कि हमला करने वालों पर यूएपीए क्यों नहीं लगाई गई।
लोकसभा में ओवैसी ने कहा भारत की दौलत मोहब्बत है, लेकिन एक भारत नफरत का बन रहा है। मैंने छह फीट नजदीक से गोलियां देखी हैं। मैं ये गुजारिश करना चाहता हूं कि आप एनाआइए की रिपोर्ट देखें। सबको यहां से जाना है। मैं आजाद जिंदगी पसंद करता हूं। सरकार से अपील करता हूं कि इस नफरत को खत्म करिए।
वहीं सरकार से सवाल किया है कि जिन लोगों ने यह कट्टरता दिखाई है, और उनपर हमला किया है उनपर यूएपीए क्यों नहीं लगाई जाती है? उन्होंने कहा कि आखिर ये लोग कौन हैं जो, गोली पर भरोसा करते हैं, बैलेट पर नहीं करते। ओवैसी ने कहा कि मौत से मैं डरने वाला नहीं हूं, इस वतन में मैं पैदा हुआ, मुझे बिल्कुल सुरक्षा नहीं चाहिए।
मैं आजाद जिंदगी व्यतीत करना चाहता हूं। मुझे गोली लगती है, तो मुझे कबूल है, लेकिन मैं घुटन की जिंदगी नहीं जीना चाहता हूं। गरीब बचेंगे तो मैं बचा लूंगा। ओवैसी की जान उस वक्त बचेगी, जब गरीब की जान बचेगी। मुझे ए कैटेगरी का शहरी बनाए, जेड कैटेगरी की सुरक्षा नहीं चाहिए।
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बता दें कि केंद्र ने शुक्रवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को राष्ट्रीय राजधानी के पास उनके काफिले पर हमले के एक दिन बाद जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र ने हैदराबाद के सांसद की सुरक्षा की समीक्षा की और उन्हें तत्काल प्रभाव से जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में गुरुवार शाम चुनाव प्रचार से लौट रहे एआईएमआईएम प्रमुख के काफिले पर गोलियों से हमला किया गया था। घटना दिल्ली के पास एक टोल प्लाजा पर हुई थी। ओवैसी ने मीडिया से कहा कि मैं किठौर, मेरठ में एक चुनावी कार्यक्रम के बाद दिल्ली जा रहा था। छाजरसी टोल प्लाजा के पास दो लोगों ने मेरे वाहन पर तीन से चार राउंड गोलियां चलाईं। हमले में कोई घायल नहीं हुआ है, बस उनकी कार के टायर पंचर हो गए थे।