पूर्व मुख्‍यमंत्री समेत कई वरिष्‍ठ अफसरों के ठिकानों पर CBI ने मारा छापा

सीबीआइ की छापेमारी

आरयू वेब टीम। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सीबीआइ की टीम ने छापेमारी की है। सीबीआइ ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आवास पर छापेमारी की। महादेव बेटिंग ऐप मामले में बघेल के घर समेत कई जगहों पर छापेमारी जारी है। दरअसल इस मामले में पहली बार सीबीआई ने छापेमारी की है। इससे पहले इस मामले की जांच ईडी कर रही थी।

वहीं छापेमारी को लेकर कांग्रेस के दिग्‍गज नेता भूपेश बघेल ने सीबीआइ की मंशा पर सवाल उठाएं हैं, बघेल ने कहा कि सीबीआइ भी ऐसे समय आयी है, जब उन्‍हें कांग्रेस की बैठक के लिए दिल्‍ली जाना है।

बघेल के अलावा सीबीआइ की टीम ने उनके राजनीतिक सलाहकार और वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा, आईपीएस शेख आरिफ, आईपीएस आनंद छाबड़ा, आईपीएस अभिषेक महेश्वरी, आईपीएस अभिषेक पल्लव, पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा, एडिशनल एसपी संजय ध्रुव, आईपीएस प्रशांत अग्रवाल और कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के ठिकानों पर भी सीबीआइ ने छापेमारी की है।

सीबीआइ एक्शन के बाद बघेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि अब सीबीआई आई है। आठ और नौ अप्रैल को अहदाबाद में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ड्राफ्टिंग कमेटी की बैठक के लिए आज दिल्ली जाने का कार्यक्रम था। उससे पहले ही सीबीआइ रायपुर और भिलाई स्थित निवास पहुंच चुकी है।

बता दें कि महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया है। इस पर यूजर्स चांस गेम्स, कार्ड गेम्स, पोकर नाम से लाइव गेम खेलते थे। ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन और फुटबाॅल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी की जाती थी। इस ऐप के सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले। ऐप के जरिए धोखाधड़ी की जाती थी।

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इस ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फ्रेंचाइजी के तौर पर बेचते थे। यूजर को शुरुआत में फायदा और बाद में नुकसान होता था। जानकारी के अनुसार ऐप के प्रमोटर ने ऐसा एल्गोरिदम तय किया कि ऐप में पैसा लगाने वाले केवल 30 प्रतिशत ग्राहक ही जीतते थे। दोनों प्रमोटर कमाई का 80 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखते थे।

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