आरयू वेब टीम।
पद्मावती के बाद अब सलमान खान की फिल्म का विरोध शुरू हो गया। यह विरोध फिल्म की कहानी को लेकर नहीं बल्कि सलमान के दिए एक बयान को लेकर हो रहा है। आज सलमान की फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ रिलीज हुई है। प्रदर्शनकारियों ने जातिगत शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए न सिर्फ फिल्म के पोस्टर-बैनर फाड़ डाले बल्कि सिनेमा हॉल में तोड़-फोड़ भी की।
वाल्मीकि समाज ने आज जयपुर के प्रख्यात सिनेमा हाल राजमंदिर, अंकुर, पारस सहित कई जगह प्रदर्शन किया और अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने सलमान खान का पुतला फूंकने के साथ ही ‘टाइगर जिंदा है’ के शो रद्द करने की मांग की है। प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस को सूचना देकर सिनेमा हॉल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।
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वाल्मीकि समाज की ओर से कहा गया कि देश की जनता इन्हें हीरो मानती हैं, लेकिन ये लोग ओछी टिप्पणी कर देश की जनता का दिल दुखाते हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सलमान ने माफी नहीं मांगी, तो वे उसकी फिल्मों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे।
इसके अलावा गाजियाबाद, जयपुर और बीकानेर में अखिल भारतीय अनुसूचित युवजन समाज के कार्यकर्ताओं ने सलमान और शिल्पा के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। वहीं प्रदर्शनकारियों की उग्रता को देखते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और दिल्ली और मुंबई के पुलिस आयुक्त से इस मामले पर जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया है
मालूम हो कि सलमान खान ने निजी टीवी चैनल पर प्रसारित अपने एक फिल्म प्रमोशन के कार्यक्रम के दौरान दिए एक इंटरव्यू में एक कोरियोग्राफर के बातए डांस स्टेप्स की तुलना करते हुए जाति सूचक टिप्पणी की थी। शिल्पा ने भी ऐसी ही टिप्पणी की थी।
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