आरयू संवाददाता,
पीजीआइ। सेना में भर्ती के नाम पर युवाओं को ठगने वाले सेना से अवकाश प्राप्त सैन्यकर्मी व उसके सहयोगी को मिलेट्री इंटेलीजेंस व पीजीआइ पुलिस ने रविवार की शाम तेलीबाग के पास ट्रैप कर धर दबोचा। टीम ने ये कार्रवाई उस समय की जब पूर्व सैन्यकर्मी अपने साथी के साथ पीड़ित को उसका ही प्रमाण पत्र लौटाने के एवज में उससे वसूली करने में लगा था। गिरफ्तारी के बाद पीजीआइ पुलिस अब आरोपितों की कुंडली निकाल रही है, फिलहाल पुलिस का कहना है कि पकड़े गए लोगों ने बड़ी संख्या में युवाओं को ठगा है।
पीजीआइ पुलिस के मुताबिक मूल रूप से प्रतापगढ़ के कुंडा निवासी जय सिंह फिलहाल पीजीआइ की वृंदावन कॉलोनी में रह रहा है। दो साल पहले ही सेना से रिटायर होने वाला जय वृंदावन कॉलोनी के सेक्टर नौ में अपने साथी राजेश कुमार सिंह के साथ सेना में जाने वाले युवाओं के लिए भारत डिफेंस नाम की कोचिंग चला रहा है।
कोचिंग करने के दौरान हथिया लिए थे प्रमाण पत्र
पीजीआइ इंस्पेक्टर रवींद्र नाथ राय ने बताया कि कन्नौज निवासी सूरज सिंह भारत डिफेंस में कोचिंग करता था। इस दौरान धोखाधड़ी कर जय सिंह ने उसका हाईस्कूल व इंटर का मूल अंकपत्र अपने पास रख लिया था। कुछ समय पहले सूरज का सेना में चयन हो गया था। जिसके बाद वह जय सिंह के पास अपना मूल प्रमाण पत्र लेने पहुंचा तो पूर्व सैन्यकर्मी ने अपने ही द्वारा उसका सेना में सेलेक्शन कराने की बात कहते हुए तीन लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। जिसके बाद सूरज ने मिलेट्री इंटेलीजेंस और पीजीआई पुलिस से जय सिंह व उसके साथी राजेश सिंह की शिकायत की थी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें रंगे हाथों पकड़ने के लिए सूरज से उन्हें बुलाने को कहा था।
बरामद हुआ प्रमाण पत्र
तय प्लॉन के मुताबिक सूरज ने रविवार की शाम जय सिंह व राजेश सिंह को डेढ़ लाख रुपए देने के बहाने तेलीबाग में बुलाया। तभी घेराबंदी कर पुलिस व इंटेलीजेंस की टीम ने दोनों को धर दबोचा। पुलिस ने आरोपितों के पास से सूरज का इंटर व हाईस्कूल का प्रमाण पत्र भी बरामद कर लिया है।
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