आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। शिवपाल यादव ने कहा कि पुलिस, प्रशासन जनता से क्रूर व्यवहार कर रही है। मतदान करने से रोका जा रहा है। ऐसा कभी नहीं हुआ है। हमने आयोग से इनके खिलाफ शिकायत की है।
बदायूं में वोटिंग का जिक्र करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन जनता से क्रूरता की। इन लोगों ने मतदान प्रतिशत बढ़ने नहीं दी। जैसे ही 40 प्रतिशत मतदान हुआ, जो लोग मतदान करने जा रहे थे उन्हें सैफई थाने में बैठा दिया गया। ऐसा कभी नहीं हुआ है। जब सरकार बदलेगी, तब इन अधिकारियों को पता चलेगा कि कैसे निष्पक्ष चुनाव होते हैं।
शिवपाल यादव ने कहा कि बदायूं से लेकर मैनपुरी में वोट पर्सेंटेज बढ़ने नहीं दिया गया। सैफई थाने में वोट डालने वाले लोगों को रोक लिया गया। आयोग में हमने इसकी शिकायत की है। बदायूं में मुस्लिम महिलाओं को भगा दिया गया। बीएलओ के पर्चे छीन लिए गए, इसलिए आदित्य को धरना देना पड़ा है। जनता ने वोट दिया है। जहां-जहां समाजवादी पार्टी के वोटर थे, वहां एजेंट, वोटर्स को भगा दिया गया और बस्ते फाड़ दिए गए।
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साथ ही सपा ने आरोप लगया कि उत्तर प्रदेश के जिला संभल में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के बीच मुस्लिम समुदायों को वोट देने से रोका गया साथ ही मुस्लिम महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार किया गया। उनके पहचान पत्र छीने गए। इतना ही नहीं सपा ने मैनपुरी सीट से लेकर संभल, बदायूं, आंवला और आगरा समेत तमाम जगहों पर मुस्लिम मतदाताओं को परेशान करने और वोटर्स पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
सपा इन तमाम मामलों को चुनाव आयोग से सज्ञान लेने का कहा है। आगे कहा कि कहीं ईवीएम मशीन खराब है तो कही पीठासीन अधिकारी समाजवादी पार्टी के बूथ अध्यक्षों को एजेंट बनाने से रोक रहे हैं यहीं नहीं पार्टी ने दावा किया कि कई बूथों पर जानबूझकर धीमी गति से वोटिंग कराई जा रही है और मुस्लिम वोटरों धमकाया गया।