आरयू वेब टीम। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) ने क्रिकेट के नियमों में बड़े बदलाव किए हैं, जो जुलाई से लागू हो गए हैं। टी20 में पावरप्ले की लंबाई अब ओवरों की गिनती के हिसाब से तय होगी। टेस्ट क्रिकेट में समय की पाबंदी पर जोर दिया गया है, जिसमें ओवर देरी पर जुर्माना लगाया जाएगा। इन बदलावों का उद्देश्य खेल को अधिक अनुशासित और पारदर्शी बनाना है।
क्रिकेट के चाहने वालों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) ने जुलाई से कुछ अहम बदलाव लागू कर दिए हैं। ये बदलाव खासकर टी20 और टेस्ट क्रिकेट के फॉर्मेट में किए गए हैं, जिनका असर सीधे खेल की रणनीति और नियमों पर पड़ेगा। इन नए नियमों का मकसद खेल को और पारदर्शी और अनुशासित बनाना है।
पहले बारिश या किसी अन्य वजह से अगर टी20 मैच के ओवर घटते थे तो पावरप्ले का निर्धारण अक्सर अनुमान से होता था। अब आइसीसी ने इसे लेकर स्पष्ट गाइडलाइन दी है, जिससे पावरप्ले की लंबाई हर ओवर की गिनती के हिसाब से तय की जाएगी।
उदाहरण के लिए-
•अगर मैच पांच ओवर का होता है, तो पावरप्ले 1.3 ओवर का होगा।
•6 ओवर के मैच में 1.5 ओवर का पावरप्ले मिलेगा।
•8 ओवर के मैच में 2.2 ओवर का पावरप्ले होगा।
•दस ओवर के मैच में तीन ओवर का पावरप्ले तय किया गया है।
इस तरह आइसीसी ने हर ओवर के हिसाब से पावरप्ले का तय स्केल तैयार किया है, जिससे खेल में एकरूपता बनी रहेगी। यह स्केल पांच ओवर से 16 ओवर तक के सभी छोटे मुकाबलों पर लागू होगा।
टेस्ट क्रिकेट में भी आए सख्त नियम
टेस्ट क्रिकेट में भी अब समय की पाबंदी पर ज़ोर दिया गया है। 2025-27 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए सत्र के तहत फील्डिंग टीम को हर ओवर की शुरुआत पिछले ओवर खत्म होने के 60 सेकंड के भीतर करनी होगी।
इस पर नजर रखने के लिए मैदान पर अब एक स्टॉप वॉच भी लगाई जाएगी जो हर ओवर के बाद 0 से 60 सेकंड तक टाइम काउंट करेगी। अगर टीम बार-बार देरी करती है तो:
•पहली दो बार सिर्फ चेतावनी दी जाएगी।
•लेकिन तीसरी बार सीधे बल्लेबाजी करने वाली टीम को पांच रन पेनल्टी के रूप में मिलेंगे।
•ये चेतावनियां 80 ओवर पूरे होने पर रीसेट हो जाएंगी।
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नए नियमों में यह भी जोड़ा गया है कि अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर छोटा रन लेकर अगली गेंद की स्ट्राइक बदलने की कोशिश करता है, तो फील्डिंग कप्तान को यह अधिकार होगा कि वह तय कर सके अगली गेंद पर कौन बल्लेबाज स्ट्राइक पर होगा। यह कदम उस रणनीति को रोकने के लिए उठाया गया है जिसमें बल्लेबाज जानबूझकर गलत फायदा उठाते हैं।
हुए ये नियम लागू?
ये सभी नए नियम अब आधिकारिक तौर पर लागू हो चुके हैं और पहली बार इनका उपयोग श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गॉल में खेले जा रहे टेस्ट मैच से शुरू किया गया है।
आइसीसी का मानना है कि इन बदलावों से क्रिकेट का खेल और ज्यादा प्रोफेशनल, समयबद्ध और निष्पक्ष बनेगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि खिलाड़ी और टीमें इन नए नियमों के अनुसार कैसे खुद को ढालते हैं।




















