आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले की निंदा की है। उन्होंने ने पूर्व राष्ट्रपति ओबामा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह के कृत्य ओबामा प्रशासन की कमियों का परिणाम हैं। इस हमले में 58 लोगों की मौत हो गई है।
ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा कि महिलाओं और बच्चों सहित निर्दोष लोगों के खिलाफ सीरिया में हुआ रासायनिक हमले को सभ्य दुनिया नजरअंदाज नहीं कर सकती। बशर अल-असद शासन का यह नृशंस कृत्य पिछले प्रशासन की कमियों तथा हिचकिचाहट का परिणाम है।
साथ ही राष्ट्रपति ने यह दावा किया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2012 में कहा था कि वह रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ कदम उठाएंगे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। इससे पहले ट्रंप को राष्ट्रीय सुरक्षा दल ने मंगलवार को सीरिया के खान शेखू शहर में हुए हमले की जानकारी दी। हमले में करीब 58 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोगों को स्वास्थय संबंधी परेशानी, उल्टी और बेहोशी जैसी दिक्कत से जुझना पड़ रहा है। ट्रंप ने कहा कि इस तरह के हमले की निंदा करने के लिए अमेरिका दुनिया में अपने सहयोगियों के साथ खड़ा है।
अमेरिका की आगे की कार्रवाई को स्पष्ट करते हुए व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने बताया कि अमेरिका इस बारे में स्पष्ट होना चाहता है कि वह कहां खड़ा है। पूरे यूरोप में देश यह स्पष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी क्या स्थिति है। मैं मानता हूं कि इस समय मैं अगले कदम के बारे में बात करने के लिए तैयार नहीं हूं लेकिन हम जल्द ही ऐसा करेंगे।
राष्ट्रपति बशर अल-असद पद छोड़ने के सवाल पर स्पाइसर ने कहा कि यह सीरियाई लोगों के हित में होगा कि इस तरह की नृशंस कार्रवाई करने वाला कोई सत्ता में न हो।