आरयू संवाददाता,
लखनऊ। शुक्रवार को घर से दवा लाने की बात कहकर निकली युवती की आज सुबह मोहनलालगंज इलाके के फत्ते खेड़ा में एक ट्री गार्ड में संदिग्ध परिस्थतियों में लाश मिली। पेड़ से दुपट्टे के सहारे दोनों पैरों से दिव्यांग युवती की लटकती हुई लाश देख ग्रामीण हत्याकर लाश को लटकाने की बात कह रहे थे। वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि फत्तेखेड़ा में वन विभाग ने पेड़ लगाने के साथ ही उसे ईंट के ट्री गार्ड से घेर दिया है। सुबह राहगीरों ने ट्री गार्ड के अंदर करीब 28 वर्षीय एक युवती की लाश दुपट्टे के सहारे पेड़ से लटकती हुई देखी तो इलाके में सनसनी फैल गयी।
युवती के पैर जहां जमीन पर थे वहीं लोगों का कहना था कि युवती को अगर फांसी ही लगानी होती तो वह किसी दूसरे पेड़ के सहारे भी लगा सकती थी। दोनों पैरों से दिव्यांग होने के बाद भी उसे दीवार फांदकर छोटे से ट्री गार्ड में जाने की क्या जरूरत थी। ग्रामीण जहां युवती की हत्या किए जाने के बाद उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ से लटकाने की बात करते रहें, वहीं मोहनलालगंज इंस्पेक्टर का मानना था कि युवती ने फांसी लगाकर जान दी है। हालांकि युवती की हत्या हुई या फिर उसने आत्महत्या की। इस बात का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर हो सकता है।
भाई ने की पहचान
दूसरी युवती की लाश मिलने की सूचना पाकर मौके पर घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर रहने वाले मनीष गुप्ता ने उसकी पहचान अपनी बहन लक्ष्मी गुप्ता के रूप में की। मनीष ने बताया कि लक्ष्मी दोनों पैरों से विकलांग थी। तबियत खराब होने की बात पर वह कल दवा लाने की बात कहकर घर से निकली थी, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने काफी खोजबीन के बाद निगोहां थाने में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया था।
पति से रहती थी अलग
मनीष ने बताया कि लक्ष्मी की शादी हैदरगढ़ निवासी लवकुश गुप्ता से हुई थी, लेकिन पति-पत्नी में नहीं बनने के चलते लक्ष्मी करीब साल भर से मायके में रह रही थी।