आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। महिलाओं की सुरक्षा के दावों की एक बार फिर सूबे की राजधानी में धज्जियां उड़ गई। बीती रात ब्यूटी पॉर्लर से नौकरी कर घर लौट रही 18 वर्षीय युवती को विक्रम सवार बदमाशों ने अगवा कर रेप करना चाहा, लेकिन खुद को घिरता देख बदमाशों ने उसे मडि़यावं इलाके में चलती विक्रम से नीचे फेक दिया। युवती की आज सुबह इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हो गई। पुलिस अब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही दरिंदों को पकड़ने के प्रयास का दावा कर रही है।
यह भी पढ़े- 23 दिन में दूसरी बार पड़ी गोमतीनगर में डकैती, मां-बेटी को बंधक बनाकर नकदी, गहने ले गए बदमाश
मिली जानकारी के अनुसार आम्रपाली कॉलोनी निवासी रामजनम तीन बेटी एक बेटे व पत्नी का पेट पालने के लिए मजदूरी करते है। घर की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते उनकी बेटी प्रिया बीए की पढ़ाई करने के साथ ही राजाजीपुरम स्थित एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी करती थी।
हमेशा की तरह कल भी किया था मां को फोन
प्रिया के मामा राकेश ने बताया कि रोज की तरह कल रात आठ बजे ब्यूटी पॉर्लर से घर लौटने के लिए प्रिया ऑटो से राजाजीपुरम से बालागंज और फिर दुबग्गा पहुंची। दुबग्गा पर एक विक्रम में सवार होने के बाद उसने अपनी मां सुशीला को फोन कर हमेशा की तरह रिसीव करने के लिए मेन रोड पर बुलाया।
बेटी की चीख सुन मां ने लगाई गुहार
सुशीला जॉगर्स पार्क के आगे आईआईएम रोड पर खड़ी ही थी कि उसी के सामने से बदमाश प्रिया को विक्रम से अगवा कर भागने लगे। बेटी के शोर मचाने पर मां ने भी चिल्लाकर रहागीरों से मद्द मांगना शुरू कर दिय। माजरा समझते ही तीन-चार बाइकसवारों के साथ ही एक मैजिक चालक ने विक्रम का पीछा किया। खुद को घिरता देख बदमाशों ने घैला पुल के आगे प्रिया को चलती विक्रम से फेक दिया।
यह भी पढ़े- घर से दूध लेने निकली मासूम की हत्या के बाद कार में मिली लाश, दरिंदगी की आशंका
सिर और सीने में गंभीर चोट लगने से घायल प्रिया को परिजनों ने अन्य लोगों की सहायता से पास के प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया जहां हालत सीरियस होती देख डॉक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान आज तड़के प्रिया ने ट्रामा सेंटर में दम तोड़ दिया। (सभी नाम बदले हुए)
दरिंदों से लड़ी थी प्रिया
परिजनों ने बताया कि प्रिया के शरीर पर कई जगह चोटें थी, जिसे देखकर लग रहा था कि बदमाशों ने रेप के प्रयास के साथ ही उसकी बेरहमी से पिटाई की होगी। इसके अलावा गले पर भी कई जगह नाखून से नोंचने के निशान थे। जिससे समझा जा रहा है कि प्रिया के खुद के बचाव में दरिंदों से भिड़ने के बाद उन्होंने उसकी गला दबाकर हत्या भी करना चाहा था।
गड्ढे में मिला विक्रम
पकड़े जाने से घबड़ाए चालक ने घटनास्थल से कुछ ही दूर पर एक गड्ढे में विक्रम (यूपी 34 टी 4410) को कूदा दिया। जिसके बाद विक्रम के गड्ढे में फंस जाने से बदमाश उसको वहीं छोड़कर भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद विक्रम को अपने कब्जे में ले लिया है। घरवालों ने आशंका जताई है कि चालक के अलावा कम से कम दो-तीन बदमाश विक्रम में मौजूद थे।
यह भी पढ़े- घर के बाहर खेल रही 5 साल की बच्ची से 45 साल के दरिंदे ने की हैवानियत
दोपहर में एसपीटीजी हरेंद्र कुमार ने बताया विक्रम बीकेटी के सरैय्या निवासी राज सहाय का है। जिसे किराए पर लेकर दिन में सोनू तो रात में पप्पू चलाता था। फिलहाल यह पता नहीं चल सका है कि घटना के समय विक्रम कौन चला रहा था, दोनों की तलाश की जा रही है, पकड़े जाने पर पूरी स्थिति साफ हो पाएगी।
शव सड़क पर रखकर किया चक्काजाम
वहीं पोस्टमॉर्टम होने के बाद शाम को परिजनों ने शव को घर से कुछ दूरी पर रखकर रोड जाम कर दिया। चक्काजाम के दौरान परिजन दरिंदों की तत्काल गिरफ्तारी, घर के किसी एक सदस्य को नौकरी और मुआवजे की मांग करने लगे। इसकी जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने करीब एक घंटे की कोशिश के बाद आक्रोशित लोगों को आश्वासन देकर सड़क से हटाने के लिए राजी किया। इस दौरान वाहनों की लंबी लाइने लगी रही।
घटना में शामिल थे नाबालिग समेत चार दरिंदे
परिजनों के प्रदर्शन और चेतावनी के बाद फास्ट हुई राजधानी पुलिस ने घटना में शामिल बीकेटी के सरैया बाजार निवासी सर्वेश पथरकट्ट, इटौंजा के पुराना बाजार निवासी पप्पू भारती को धर दबोचा। हालांकि विक्रम चालक सोनू पथरकट्ट और नाबालिग क्लीनर को पुलिस की तीन टीमें तलाश कर रही है। वहीं इस गंभीर घटना में एफआईआर दर्ज करने से लेकर मौके पर पहुंचने तक में पुलिस की लापरवाही सामने आई है।