आरयू वेब टीम। मिजोरम में जेडपीएम ने शानदार जीत दर्ज की है। 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा में अकेले 27 सीटें जीतकर जेडपीएम प्रचंड बहुमत हासिल की है। वहीं सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) दस सीटों पर सीमित कर रह गई है। वहीं भाजपा दो, जबकि कांग्रेस एक सीट तक ही सीमित रह गई।
इस बीच जेडपीएम के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने कहा, ‘मैं कल या परसों राज्यपाल से मिलूंगा। नई सरकार का शपथ ग्रहण इसी महीने होगा।’ सेरछिप विधानसभा सीट से जीत के बाद जेडपीएम के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने कहा, ‘मिजोरम वित्तीय संकट का सामना कर रहा। हमें निवर्तमान सरकार से यही विरासत मिलने वाली है
हम अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने जा रहे हैं। वित्तीय सुधार आवश्यक है और इसके लिए हम एक संसाधन जुटाने वाली टीम बनाने जा रहे हैं। वहीं जिस पार्टी ने इस बार मिजोरम को जीता है उसे पिछले वर्ष यानी 2018 के चुनावों में सिर्फ आठ सीटें मिली थी और एमएनएफ ने 26 सीट से बहुमत पाकर सरकार बनाई थी।
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जेडपीएम पार्टी की बात करें तो ये केवल छह साल पहले ही शुरू हुई थी। इस पार्टी को शुरू करने वाले पूर्व आइपीएस अधिकारी लालडुहोमा है। साल 1972 से 1977 तक लालडुहोमा ने मिजोरम के मुख्यमंत्री के प्रधान सहायक के तौर पर काम किया था। स्नातक की पढ़ाई के बाद उन्होंने सिविल परीक्षा दी और 1977 में आइपीएस बने। उन्होंने सक्वाड लीडर के तौर पर काम किया।
1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें अपना सुरक्षा प्रभारी नियुक्त किया था। पुलिस आयुक्त के रूप में विशेष पदोन्नति दी गई थी। फिर राजीव गांधी की अध्यक्षता में 1982 एशियाई खेलों के आयोजन समिति के सचिव भी बने। बाद में पुलिस की नौकरी छोड़कर वो 1984 में कांग्रेस से जुड़ गए और लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर लालडुहोमा संसद पहुंचे।