आरयू ब्यूरो,
लखनऊ/वाराणसी। यूपी एटीएस की वाराणसी यूनिट ने शनिवार को पंडित दीनदयाल रेलवे स्टेशन (मुगलसराय) के पास से एक युवक को गिरफ्तार कर उसके पास से पांच लाख 20 हजार रुपए के जाली नोट बरामद किए हैं। पकड़े गए युवक की पहचान मात्र 19 वर्षीय श्याम बाबू कुमार के रूप में हुई। श्याम बाबू जाली नोटों को पुणे ले जाकर चलाना चाहता था, लेकिन उससे पहले ही एटीएस ने उसे चंदौली में स्थानीय पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया।
यूपी एटीएस के लखनऊ मुख्यालय की टीम ने बताया कि एटीएस को सूत्रों के जरिए श्याम बाबू के पंडित दीनदयाल रेलवे स्टेशन के पास होने की बात पता चली थी। जिसके बाद चंदौली पुलिस को साथ लेते हुए वाराणसी एटीएस की टीम ने घेराबंदी कर आज पटना (बिहार) जिले के सालिमपुर निवासी श्याम बाबू को गिरफ्तार कर लिया।
तलाशी के दौरान टीम को उसके पास से पांच लाख 20 हजार रुपए के जाली नोट (सभी दो हजार के) बरामद हुए हैं। श्याम बाबू के तीन साथियों को पहले भी वाराणसी एटीएस की टीम जाली नोटों के साथ गिरफ्तार कर जेल भिजवा चुकी है।
45 हजार असली के बदले मिले थे एक लाख रुपए केे जाली नोट
वहीं आज पूछताछ के दौरान श्याम ने एटीएस को बताया कि वो जाली नोट का कारोबार करता है। उसने 45 हजार असली भारतीय मुद्रा के बदले एक लाख रुपए के जाली नोट के हिसाब से बरामद दो हजार के नोट पश्चिम बंगाल के मालदा (कलियाचक) से खरीदे थे। इन नोटों को वो पुणे पाटली पुत्र एक्सप्रेस ट्रेन से लेकर पुणे जा रहा था, जहां के ग्रामीण इलाकों के मार्केट में इन्हें असली नोट के रूप में चलाने का उसका प्लॉन था, लेकिन उससे पहले ही पकड़ा गया। वहीं एटीएस की पूछताछ के दौरान श्याम बाबू के कुछ अन्य साथियों के नाम सामने आएं हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए भी एटीएस ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-
एटीएस वाराणसी टीम के इंस्पेक्टर शैलेंद्र त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल आलोक सिंह, कांस्टेबल रणविजय तिवारी, प्रभात द्विवेदी, नितेन्द्र कृष्ण यादव, मुगलसराय कोतवाली के एसआइ मनोज तिवारी व कांस्टेबल अनुज कुमार यादव। गिरफ्तारी में महत्वूपर्ण भूमिका निभाने वाली टीम को आइजी एटीएस ने पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है।