आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लंबे समय से 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में एसटी की खाली सीटों पर नियुक्ति की मांग को लेकर इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है। राज्य सरकार बेसिक शिक्षा विभाग में अनुसूचित जनजाति कोटे के 1133 खाली पदों पर जल्द भर्ती करेगी। इसके लिए कार्मिक विभाग से राय ली जाएगी।
बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने विधानसभा में मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के दौरान अनुसूचित जनजाति वर्ग के ये पद खाली रह गए हैं।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार पदों पर सहायक अध्यपकों के लिए आवेदन लिए गए। इनमें से अनारक्षित वर्ग में 34519, अन्य पिछड़ा वर्ग 18598, अनुसूचित जाति 14456 और अनुसूचित जनजाति के 245 पद भरे गए।
यह भी पढ़ें- 69 हजार शिक्षक भर्ती: नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने किया बेसिक शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन
इसके अलावा अनुसूचित जनजाति कोटे के 1133 पद खाली हैं। इन पदों को भरने के लिए कार्मिक विभाग से राय ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षक भर्ती में 1200 संशोधन का मामला आया था। इसे मुख्यालय मंगाकर परीक्षण कराया गया। पात्रता की श्रेणी में जो भी आते थे उन्हें नौकरी दी गई है। ऐसे कुछ मामलों में न्याय विभाग से राय मांगी गई है।
यह भी पढ़ें- 69 हजार शिक्षक भर्ती पर AAP सांसद ने उठाएं सवाल, 27 की जगह 3.8 प्रतिशत दिया गया आरक्षण, राज्सभा में उठाऊंगा मुद्दा, सड़क पर CYSS भी करेगी संघर्ष
इसके पहले बसपा के लालजी वर्मा ने आरक्षित कोटे के पदों को खाली रखे जाने का मामला उठाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के काफी पद खाली हैं जिन पर भर्तियां नहीं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में ही सहायक अध्यापक के 1100 से अधिक पद अनुसूचित जनजाति कोटे के खाली हैं। इसी तरह अन्य विभागों में भी आरक्षित वर्ग के पद खाली हैं, जिसे नहीं भरा जा रहा है।