आरयू ब्यूरो,लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर योगी सरकार का आधिकारिक ऐलान हो गया। लखनऊ के लोकभवन में गुरुवार को हुई भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के विधायकों की बैठक में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना गया। केंद्रीय गृह मंत्री और पर्यवेक्षक अमित शाह और सह-पर्यवेक्षक रघुवर दास की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना गया।
योगी आदित्यनाथ को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव बीजेपी के सीनियर नेता सुरेश खन्ना ने रखा। इसके अनुमोदन सूर्यप्रताप शाही ने किया। सभी विधायकों ने आम सहमति जताते हुए योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधायकों को संबोधित भी किया।
विधायक दल का नेता बनने के बाद योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करने जाएंगे। इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन की ओर से योगी आदित्यनाथ को सरकार बनाने का न्योता भेजा जाएगा।
योगी आदित्यनाथ पिछले 37 सालों में उत्तर प्रदेश में पूर्ण कार्यकाल पूरा करने के बाद सत्ता में लौटने वाले पहले मुख्यमंत्री होंगे। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड बनने के बाद योगी आदित्यनाथ सत्ता में लौटने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले कांग्रेस के एनडी तिवारी ने 1985 में लगातार दूसरी बार सीएम बने थे।
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मालूम हो कि योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर 25 मार्च को शपथ लेंगे। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शाम चार बजे योगी आदित्यनाथ दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। पूरे लखनऊ को सजाया गया है। इसके साथ ही हर गली-चौराहे पर बड़े-बड़े होर्डिंग और भाजपा के झंडे लगाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान, सीएम मनोहर लाल खट्टर, सीएम जयराम ठाकुर, सीएम हिमता बिस्वा सरमा, सीएम भूपेन्द्र पटेल, सीएम बिप्लब कुमार देब, सीएम डॉ. प्रमोद सांवत, सीएम पेमा खांडू, सीएम बसवराज बोग्मई शामिल होंगे।