आरयू ब्यूरो, वाराणसी। वाराणसी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन की तैयारियों में जुटे प्रशासन के लोगों की एक सूचना ने होश उड़ा दिए। दरअसल रविवार को गंगा-सतलज एक्सप्रेस में बम की सूचना पर हड़कंप मच गया। ढाई घंंटे तक कैंट रेलवे स्टेशन पर बम निरोधक दस्ते और आरपीएफ, जीआरपी और जिला पुलिस ने ट्रेन की एक-एक बोगी की सघन तलाशी ली मगर कोई भी संदिग्ध सामग्री हाथ न आई।
इस बीच सुरक्षा एजेंसियों ने लोको पायलट से गहन पूछताछ की। साथ ही कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। जिसके बाद बम निरोधक दस्ते की सहमति मिलने के बाद 8:45 बजे ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार काशी स्टेशन से पंजाब के फिरोजपुर कैंट के लिए चलने वाली गाड़ी संख्या 13307 गंगा सतलज एक्सप्रेस सुबह छह बजकर पांच मिनट पर रवाना हुई। ट्रेन कैंट रेलवे स्टेशन से जैसे ही रवाना हुई और ट्रेन बमुश्किल स्टार्टर सिग्नल पार की होगी कि लोको पायलट व ट्रेन मैनेजर के वॉकी टॉकी पर गाड़ी में बम होने को सूचना मिली। इतना सुनते ही विभाग में हड़कंप मच गया।
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गाड़ी संख्या 13307 गंगा सतलज को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद कैंट स्टेशन पर अलर्ट करने के साथ ही ट्रेन रोककर सघन तलाशी ली गई। ट्रेन में तलाशी के दौरान संदिग्ध वस्तुओं की पड़ताल करने के साथ ही टीम ने साथ सभी बोगियों को एक-एक कर खंगाला और जांच के बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया। तलाशी के लिए लगभग ढाई घंटे तक ट्रेन कैंट स्टेशन पर खड़ी रही।
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ट्रेन के रवाना होने के बाद कैंट स्टेशन के निदेशक आनंद मोहन ने मीडिया को बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि इस तरह की फर्जी सूचना क्यों और किसने की दी थी। पड़ताल में रेलवे की फोर्स के साथ ही वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस भी जुटी थी।