आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानों व ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा है कि गांवों के विकास का नया मॉडल तैयार करें। गांव पंचायतों में बड़ी संख्या में अनुभवी व प्रतिभावान जनप्रतिनिधि हैं, उनकी प्रतिभा का उपयोग गांवों के विकास में होना चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि उनके साथ खुला संवाद हो। अनुभवी व टैलेंटेड प्रधानों की रचनात्मक ऊर्जा का उपयोग गांवों के विकास में करें और गांवों की श्रमशक्ति की महत्ता व महत्व को समझते हुए उसका सही इस्तेमाल किया जाय। केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार को पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान अलीगंज में मनरेगा के संबंध में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति, मातृशक्ति और श्रमशक्ति मिलकर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। कर्मचारी व प्रधान मिलकर इन तीनों शक्तियों का सदुपयोग करें। मनरेगा गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाने की महत्वपूर्ण योजना है।
फर्जी जॉब कार्ड से उत्तर प्रदेश को हर हाल में आजाद कराना
साथ ही डिप्टी सीएम ने कर्मियों व प्रधानों से कहा कि आप लोग गांवों के विकास का संकल्प लेकर यहां से जाएं और समर्पित भाव से काम करें। केशव मौर्या ने आज यह भी कहा कि फर्जी जॉब कार्ड से उत्तर प्रदेश को हर हाल में आजाद कराना है। बिना काम किए पैसा लेने का मतलब अपनी स्वयं की सामर्थ्य को खोखला करने आदत विकसित करने जैसा है। प्रण कर लें कि हमें श्रमशक्ति में खोखलापन नहीं आने देना है।
मनरेगा से अमृत सरोवरों के निर्माण में…
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से ग्राम्य विकास विभाग उत्साहित है। मनरेगा से अमृत सरोवरों के निर्माण में उत्तर प्रदेश देश में न केवल शीर्ष पर है, बल्कि 15 अगस्त तक देश कुल निर्मित अमृत सरोवरों में से 40 प्रतिशत उत्तर प्रदेश ने बना लिये थे। मनरेगा में मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम के तहत उत्तर प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत वाट्सअप ग्रुप बनाये जा चुके हैं। मनरेगा में उत्तर प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी इस वर्ष सबसे ज्यादा है।
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अपर आयुक्त मनरेगा योगेश कुमार ने मनरेगा के बारे में विभिन्न व्यावहारिक व तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी।