आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कानपुर विवि के कुलपति प्रो. विनय पाठक पर सीबीआइ का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। सीबीआइ ने विनय पाठक के खिलाफ के रंगदारी, कमीशनखोरी व अवैध वसूली का मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआइ अब आगे की जांच पड़ताल करेगी। विनय पाठक के खिलाफ प्रदेश सरकार की सिफारिश पर सीबीआइ जांच हो रही है।
इसके साथ ही एजेंसी ने प्रो. पाठक का केस टेकओवर कर लिया है। कहा जा रहा है कि सीबीआइ जल्द ही जांच पड़ताल के बाद विनय पाठक को गिरफ्तार कर सकती है। दरअसल प्रो. पाठक व उनके करीबी एक्सएलआईसीटी कंपनी के एमडी अजय मिश्रा के खिलाफ इंदिरानगर थाने में 29 अक्तूबर को रंगदारी, कमीशनखोरी व अवैध वसूली का केस दर्ज हुआ था।
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डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि, आगरा में परीक्षा कराने वाली कंपनी डिजीटेक्स टेक्नालॉजिज इंडिया प्रा. लि. के एमडी डेविड मारियो डेनिस ने अजय मिश्रा के जरिए प्रो. पाठक पर कमीशन लेने समेत अन्य आरोप लगाए हैं। वहीं 30 दिसंबर को उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में प्रोफेसर विनय पाठक और उनके करीबी अजय मिश्रा पर दर्ज केस की सीबीआइ से जांच कराने के लिए कहा था।