आरयू वेब टीम। सीबीआइ ने आय से अधिक संपत्ति मामले में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। सीबीआई ने जल शक्ति मंत्रालय के तहत आने वाले वैपकोस वॉटर एंड पावर कंसल्टेंसी के पूर्व सीएमडी राजेंद्र पाल गौतम के ठिकानों पर छापेमारी की तो उसके भी होश उड़ गए। राजेंद्र पाल के ठिकनों पर बेड व सूटकेसों में अवैध तरीके से कमाकर भरे गए दो हजार व पांच सौ के नोटों का जखीरा देख अधिकारियों का भी सिर चकरा गया। मशीनों के जरिए इन नोटों की गिनती कराई गयी जिसके बाद 20 करोड़ की बरामदगी की जानकारी सीबीआइ के अधिकारियों ने मीडिया को दी। 20 करोड़ में अधिकतर नोट मार्केट से लगभग गायब हो चुकी दो हजार की है। इतनी बड़ी संख्या में दो हजार की नोट की बरामदगी के बाद सोशल मीडिया पर लोग नोटबंदी की सार्थकता को लेकर भी सवाल उठा रहे है।
भारी मात्रा में कैश के अलावा अधिकारियों ने महाभ्रष्ट राजेंद्र पाल के ठिकानों से करोड़ों की अचल संपत्ति के कागजात व अन्य कीमती सामान भी बरामद किए है। सीबीआइ ने मीडिया को बताया कि जल शक्ति मंत्रालय के तहत आने वाली वैपकोस वॉटर एंड पावर कंसल्टेंसी के पूर्व सीएमडी राजेंद्र कुमार गुप्ता के विभिन्न ठिकानों पर रेड मारी गयी है।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली, चंडीगढ़, पंचकुला, गुरुग्राम, सोनीपत और गाजियाबाद सहित लगभग 19 जगहों पर छापेमारी की। साथ ही उनके और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। छापेमारी के दौरान सीबीआइ ने 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। नकद सूटकेसों और बेड भरकर रख गया था।
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अधिकारियों ने बताया कि पूर्व सीएमडी राजेंद्र कुमार गुप्ता और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने उनके परिसरों की तलाशी ली, जहां संपत्ति और अन्य कीमती सामानों से संबंधित दस्तावेजों के अलावा 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किये गये। ‘वाप्कोस’ जल शक्ति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। इसे पहले ‘वाटर एंड पावर कंसल्टेंसी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड’ के रूप में जाना जाता था।