आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ समेत देश के कई राज्यों में एनआइए ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े संगठनों पर कार्रवाई की है। इन संगठनों के ठिकानों पर एनाइए ने यूपी में कई जगह छापा मारा, जिसमें लखनऊ के मदेगंज के बड़ी पकरिया इलाके में एक ही मोहल्ले के तीन घरों में एनआइए ने जांच की है।
जांच के दौरान लखनऊ में खदरा में डॉ. ख्वाजा, मास्टर शमीम और मौलाना जमील के घर पर भोर में पांच बजे छापा मारा गया। इन सभी को हिरासत में लेकर मदेयगंज थाने में एनआइए की टीम ने पूछताछ की। आरोप है कि बुधवार को जिन ठिकानों पर छापे मारे गए, वे पीएफआइ पर बैन लगने के बावजूद युवाओं को देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जुटा रहे थे।
यह भी पढ़ें- केंद्र सरकार ने PFI को पांच सालों के लिए किया बैन, घोषित हुई गैरकानूनी संस्था
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार भोर करीब पांच बजे से एनआइए की टीम ने पैरा मिलट्री फोर्स और महिला पुलिसकर्मियों के साथ छापेमारी की। लखनऊ के अलावा बाराबंकी, बहराइच, सीतापुर और हरदोई में भी छापा मारने की सूचना है। सीतापुर जिले की महमूदाबाद तहसील में एनआइए ने छापेमारी की है। दो गाड़ियों से बुधवार पहुंचे अधिकारी पीएफआइ से जुड़े नेटवर्क की कड़ियां खंगाल रहे हैं।
यह भी पढ़ें- जेलों में बंद गैंगस्टर्स को अब सजा काटने के लिए भेजा जाएगा कालापानी, गृह मंत्रालय व NIA के बीच हुई बैठक
बता दें कि, पीएफआई को केंद्र सरकार ने साल 2022 में आतंकवाद विरोधी गैर कानूनी गतिविधियां अधिनयम यानी यूएपीए के तहत बैन कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक पीएफआई को बैन किए जाने के बावजूद उससे जुड़े इन संगठनों पर लगातार देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की आशंका है, जिसे देखते हुए ये छापेमारी की जा रही है और संगठन के लोगों से पूछताछ की जा रही है।