आरयू वेब टीम। देश में लगातार कोरोना के मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को देश के अस्पतालों को तैयार रहने को कहा। साथ ही देश में कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान निगरानी और लोगों के साथ संचार बढ़ाने का भी निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करते हुए ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम करने का समय आ गया है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है, घबराने की जरूरत नहीं है। यह बैठक विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मामलों में वृद्धि के बीच जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन को “रुचि के प्रकार” के रूप में वर्गीकृत करने के बाद हुई है।
इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी, गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में हालिया वृद्धि को देखते हुए मनसुख मंडाविया ने दिल्ली में सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारियों पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, भारती प्रवीण पवार, स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव डॉ. राजीव बहल और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल भी बैठक का हिस्सा थे।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल में मंगलवार को कोविड-19 के 292 नए सक्रिय मामले और तीन मौतों की सूचना के बाद यह विकास हुआ। राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 2,041 हो गई। पिछले 24 घंटों में 224 लोग कोविड-19 से ठीक हुए, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 68.37 लाख हो गई।
पिछले दिन की तुलना में 341 मामलों की वृद्धि के बाद बुधवार को भारत का सक्रिय केसलोएड बढ़कर 2,311 हो गया। पिछले दिन 270 लोगों के ठीक होने के बाद वायरस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,70,346 हो गई।