रयू ब्यूरो, लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद भी बेकाबू भीड़ गोमांश खाने का आरोप लगा बेगुनाहों की निर्मम हत्याएं कर रही है। इससे दुनियाभर में जहां भारत की छवि खराब हो रही। वही देश में संविधान व कानून नहीं मानने वाले हैवानों का आतंक भी बढ़ता जा रहा। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के चरखी दादरी से सामने आया है, जहां गोमांस खाने का आरोप लगा कुछ असमाजिक तत्वों ने साबिर मलिक नामक युवक की चार दिन पहले पीट-पीटकर निर्ममता से हत्या कर दी थीं।
यह भी पढ़ें- मॉब लिंचिंग: 49 हस्तियों के खिलाफ हुई FIR पर भड़के राहुल, कहा तानाशाही की ओर बढ़ रहा देश
इस हत्याकांड को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल भाजपा सरकार की मंशा और कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा। वहीं आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मॉब लिंचिंग का विरोध जताया है। यूपी की पूर्व सीएम ने कहा कि मॉब लिंचिंग की बीमारी खत्म नहीं हो रही है, इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना जरूरी है।
मायावती ने रविवार को इस बारे में एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि भीड़ हत्या (मॉब लिंचिंग) का रोग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। ताजा घटनाक्रम में हरियाणा के चरखी दादरी में गोमांस खाने के शक में एक गरीब युवक की पीट-पीट कर नृशंस हत्या मानवता को शर्मसार व कानून के राज की पोल खोलती है। साथ ही अफसोस जताते हुए मायावती ने आगे कहा कि यह घटना निंदनीय है, इस के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है।
बाढ़ निवारण पर समुचित ध्यान जरूरी
वहीं आज बिना किसी पार्टी व नेता का नाम लिए मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए बाढ़ से निपटने के लिए सरकारों से मांग की है। पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर एक अन्य पोस्ट करते हुए कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ की स्थिति से सही से नहीं निपट पाने के कारण लाखों परिवारों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है तथा ऐसी तबाही लोगों का जीवन बर्बाद कर देती है। सिर्फ राहत ही नहीं, बल्कि सरकारों को बाढ़ निवारण पर भी समुचित ध्यान देना चाहिए।