आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
अरुणाचल प्रदेश के रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का दौरा चीन को काफी नागवार गुजर रहा है। इतना ही नहीं इस दौरे पर आपत्ति जताते हुए चीन ने कहा है कि रक्षा मंत्री का ‘‘विवादित इलाके’’ का दौरा क्षेत्र में शांति के लिए अनुकूल नहीं है।
रक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए रक्षा मंत्री ने चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के दूरस्थ अनजा जिले का दौरा किया था, जिस पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘भारतीय रक्षा मंत्री के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर आपको चीन की स्थिति के बारे में बिल्कुल स्पष्ट रहना होगा।’ वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘चीन भारत सीमा के पूर्वी खंड पर एक विवाद है। इसलिए विवादित इलाके में भारत की ओर से यह दौरा संबंधित क्षेत्र में शांति के अनुकूल नहीं है।
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उन्होंने आगे कहा कि भारतीय पक्ष को चीनी पक्ष के साथ काम करना चाहिए ताकि बातचीत के जरिए मुद्दा हल करने के लिए माहौल बन सके। ‘उम्मीद है कि भारत यह लक्ष्य हासिल करने के लिए चीन के साथ काम करेगा। वह दोनों पक्षों को स्वीकार्य समाधान देखेगा और संतुलित तरीके से हमारी चिंताओं को उसमें शामिल करेगा।
मालूम हो कि ’चीन यह दावा करता है कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है। वह भारतीय शीर्ष अधिकारियों के इस इलाके के दावे पर नियमित रूप से आपत्ति जताता है। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा 3,488 किमी लंबी है। विवाद के हल के लिए दोनों पक्ष अब तक विशेष प्रतिनिधियों के माध्यम से वार्ता के 19 दौर संपन्न कर चुके हैं।
वहीं पिछले माह सीतारमण सिक्किम में भारत चीन सीमा पर स्थिति नाथू ला इलाके में गई थीं, जहां उन्होंने सीमा के दूसरी ओर खड़े पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों का अभिवादन भी किया था।
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