आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में दस सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है। इसे लेकर गुरुवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सात दिसंबर से पहले उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव सम्पन्न करा लिए जाएंगे। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। दरअसल नवदीप रिणवा 29 अक्टूबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची पुनरीक्षण और उपचुनाव की तैयारी का जायजा लेने के लिए अयोध्या पहुंचे थे।
यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने गुरुवार को अयोध्या में मीडिया से बातचीत में कहा कि विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतदान के लिए सभी ईवीएम मशीनें तैयार हैं। चुनाव से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। साथ ही कहा कि निर्वाचन आयोग के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। इस दौरान यह भी कहा कि सात दिसंबर से पहले सभी सीटों पर चुनाव करा लिया जाएगा।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में कई विधायकों के सांसद बन जाने के कारण सीटें रिक्त हो गई हैं। जिन सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी, कुंदरकी, फूलपुर, खैर और सीसामऊ है। भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे अतुल गर्ग ने गाजियाबाद लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।
इसी तरह निषाद पार्टी के नेता डॉ. विनोद कुमार बिंद ने भाजपा के टिकट पर भदोही लोकसभा से चुनाव जीता है, वह मझवां से विधायक थे। मीरापुर से विधायक रहे चंदन चौहान बिजनौर से लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से विधायक थे, उन्होंने फैजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीता था, इसके बाद से यह सीट रिक्त हो गई है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव करहल से विधायक थे, उन्होंने कन्नौज लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। सपा नेता लालजी वर्मा ने अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है, वह कटेहरी से विधायक थे। संभल लोकसभा सीट से जियाउर्रहमान बर्क की जीत के बाद कुंदरकी विधासभा सीट रिक्त हो गई है।
भाजपा नेता प्रवीण पटेल ने फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता है, इसके बाद से फूलपुर विधानसभा सीट खाली हो गई है। वहीं, खैर सीट से बीजेपी विधायक अनूप प्रधान हाथरस लोकसभा से सांसद बन गए। वहीं, सपा विधायक इरफान सोलंकी के जेल जाने के बाद उनकी सदस्या रद हो गई थी, इससे सीसामऊ सीट रिक्त हो गई।