आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगा विधानसभा के सामने खुद को आग लगाने वाले युवक की सोमवार को मौत हो गई। छह दिन से सिविल अस्पताल में युवक मौत से जूझ रहा था। युवक की मौत से परिजनों में रोना-पीटना मच गया।
मुन्ना विश्वकर्मा (40) ने आठ अक्टूबर को खुद को आग लगा ली थी। वह सहादतगंज थाना क्षेत्र के झाब्बारन टोला का रहने वाला था। पुलिस जांच में सामने आया था कि मुन्ना ने खुद पर पेट्रोल डालकर विधानसभा के सामने माचिस जलाकर आग लगा ली। जिससे वह करीब 50 प्रतिशत झुलस गया था। युवक ने आलमबाग पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उसकी शिकायतों को नजरअंदाज किया गया और उसे मवैया चौकी पर ले जाकर प्रताड़ित और पीटा गया था।
मालूम हो कि मुन्ना आलमबाग स्थित बंगाल टेंट हाउस में काम करता था। टेंट हाउस मालिक रंजीत चक्रवर्ती सैलरी नहीं दे रहा था, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। जिसकी शिकायत उसने मवैया चौकी और आलमबाग थाने पर भी की थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने उसे थाने से भगा दिया। घटना के बाद पुलिस ने टेंट हाउस संचालक रंजीत को गिरफ्तार कर लिया था।
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मुन्ना ई-रिक्शा से सामान ढोने का काम करता था। उसके एक बेटी और एक बेटा है। पत्नी तीन दिन पहले अपने मायके बाराबंकी गई थी। मुन्ना ने बताया था कि पैसे की कमी के कारण वह अपने बच्चे की फीस तक जमा नहीं कर पा रहा था, जिससे तंग आकर उसने आज यह कठोर कदम उठाया।