आरयू ब्यूरो, लखनऊ। होली के कारण लखनऊ में रमजान के दूसरे जुमे की नमाज बदले हुए समय पर मस्जिदों में अदा की गई। इस दौरान लखनऊ में सौहार्द पूर्ण का माहौल देखने को मिला। नमाज के बाद बाहर आए नमाजियों ने कहा, पहले होली खेली, फिर नमाज अदा की। अब दोस्तों के साथ होली मिलन करने जाएंगे।
नमाज अदा करने के बाद नमाजियों ने कहा कि आज एक घंटा देर से नमाज हुई। यही हमारी गंगा-जमुनी तहजीब है। नमाज का वक्त बढ़ाकर उलेमा ने भाईचारे की मिसाल पेश की। नमाज पढ़ ली है अब अपने हिंदू भाइयों से मिलकर उन्हें गुलाल लगाएंगे और शाम को रोजा खोलने के बाद उनके साथ मिलकर गुझिया खाएंगे। कुछ सियासी लोगों के बयान से हम लोगों को आपत्ति है। मगर किसी के बयान से लखनऊ की परंपरा और सभ्यता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। इस दौरान ठाकुरगंज के नानक नगर समेत खासकर पुराने लखनऊ के तमाम इलाकों में नमाजियों ने लोगों से हाथ मिलाकर होली की शुभकामनाएं दी।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि होली का त्योहार और जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से हो गई। इस्लामिक सेंटर की एडवाइजरी का सभी मस्जिदों में पालन किया गया। हिंदू भाइयों ने भी अपना त्योहार अच्छे तरीके से मनाया। शहर में किसी मस्जिद को ढकने की आवश्यकता नहीं हुई। अदब के शहर लखनऊ में एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान किया जाता है। नमाज में मुल्क के अमन और तरक्की की दुआ की गई।
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दरअसल जुमा को ध्यान में रखकर चौक में निकलने वाले 100 साल पुरानी होली का भी समय बदल दिया गया था। होलिका उत्सव समिति ने पूर्व घोषित समय 12:30 के अनुसार होली बारात का समापन कर दिया। वहीं जुमे की नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों में पहुंचे। ईदगाह ऐशबाग की मस्जिद में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने नमाज पढ़ाई। बड़ा इमाम बाड़ा स्थित आसिफी मस्जिद में बड़ी संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने जुमा की नमाज अदा की।