मायावती आवास पर NSG कमांडोज ने की मॉकड्रिल, जांची सुरक्षा व्यवस्था

माॅक ड्रिल
मायावती आवास पर माॅक ड्रिल करते एनएसजी के जवान। (फोटो आरयू)

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की सुरक्षा के लिए मंगलवार को लखनऊ में उनके आवास पर एनएसजी ने मॉकड्रिल की। एनएसजी की ये मॉक ड्रिल बसपा सुप्रीमो के नौ मॉल एवेन्यू मार्ग स्थित आवास में हुई है, जिसमें सुरक्षा की जांच के लिए एनएसजी की ओर से ये ड्रिल की गई है। दो दिन पहले ही सुरक्षा अधिकारी ने इसकी सूचना दे दी थी, जिसके बाद आज ये तय समय पर संपन्न कराई गई।

मॉक ड्रिल के दौरान एनएसजी सुरक्षाकर्मी, ड्राइवर और पुलिसकर्मी, स्थानीय पुलिस, फायर और एम्बुलेंस टीम भी मौजूद रही, जिसके बाद एनएसजी कमांडोज के साथ पुलिसकर्मियों की मॉकड्रिल हुई है। इस मॉक ड्रिल में ये देखा गया कि किसी इमरजेंसी की हालत में मायावती के घायल होने पर किस तरह से मेडिकल टीम और एंबुलेंस काम करेगी।

80 एनएसजी जवानों की टीम सबसे पहले बसपा सुप्रीमो के आवास पहुंची और फिर सायरन बजाते हुए एक एंबुलेंस परिसर में दाखिल हुई। जहां सुरक्षा कवर के बीच व्हील चेयर पर मायावती जैसे कपड़े पहने एक महिला को लाया गया और एंबुलेंस से उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें फिर से आवास वापस लाया गया। इस दौरान एनएसजी टीम ने रिस्पांस टाइम नोट किया। इस तरह बसपा सुप्रीमो की सुरक्षा की मॉक ड्रिल पूरी हुई।

इस दौरान बड़ी संख्या में सुरक्षा गाड़ियों में एनएसजी और स्थानीय पुलिस के अधिकारी पहुंचे और मॉक ड्रिल की, घायल होने की अवस्था में किस तरह मेडिकल और एंबुलेंस काम करेगी। दरअसल पिछले साल मायावती ने 12 मॉल एवेन्यू वाले आवास के सामने फ्लाईओवर को लेकर एक आपत्ति भी जताई थी और उसके बाद मायावती ने 12 नंबर आवास में स्थित अंबेडकर, कांशीराम और अपनी प्रतिमा को निकलवा कर उन्हें 9 नंबर में शिफ्ट करवा दिया था। इसके बाद आज यह सुरक्षा को लेकर मॉकड्रिल की गई है।

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बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए अपनी जान को खतरा बताया था। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में जानबूझकर उनके स्टेट ऑफ़िस के सामने ऊंचा पुल बनाने का कृत्य किया जहां से अराजक तत्व उनके पार्टी दफ्तर, कर्मचारियों और खुद बसपा मुखिया को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। बसपा सुप्रीमो ने यूपी सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग की थी। गौरतलब है कि यूपी में कुछ ही नेताओं को एनएसजी की सिक्योरिटी मिली हुई है। इसमें मुख्यमंत्री योगी केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीसरी खुद बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती शामिल हैं।

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