बैठक कर मायावती ने कहा BJP से रहें सावधान, निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों को करें बसपा से बाहर

मुस्लिम आरक्षण का विरोध

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। शहरी निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने माल एवेन्यू स्थित प्रदेश कार्यालय में बसपा के प्रदेश भर से आए पदाधिकारियों व जिम्‍मेदार लोगों के साथ एक अहम बैठक कर दिशा-निर्देश देने के साथ ही भाजपा के सावधान रहने और पार्टी में अनुशासनहीनता नहीं करने के लिए चेताया है।

बैठक के बाद मायावती ने एक बयान जारी कर कहा कि बसपा पहले से ही अपनी तैयारी कर रही है, लेकिन विरोधी पार्टियों में सत्ताधारी बीजेपी द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग सहित साम, दाम, दण्ड, भेद जैसे हथकण्डे इस चुनाव में भी अपनाएं जाने के चलते पदाधिकारियों को इससे सावधान रहने को कहा गया है।

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बैठक में बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बीएसपी पहली बार शहरी निकाय का यह चुनाव अपने पार्टी सिंबल पर लड़ रही है। इस बार मेयर, पार्षद, नगर पालिका व नगर पंचायत के अध्यक्ष व सदस्यों के लिए पार्टी ने अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। इसीलिए पार्टी के किसी कार्यकर्ता को ’निर्दलीय’ के तौर पर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसके साथ ही उन्‍होंने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से कहा कि जो भी लोग निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहें हैं। उन्‍हें तत्‍काल पार्टी से बाहर निकाल दें। साथ ही दिन-रात मेहनत करके चुनाव जीतने की तैयारी में जुट जाएं।

मायावती की बैठक

आनंद के अलावा पार्टी में परिवार के किसी सदस्‍य को नहीं दी जिम्‍मेदारी

मीडिया में आ रही खबरों पर सफाई देते हुए मायावती ने कहा कि सब जानते है कि बसपा अंबेडकरवादी सोच की पार्टी है तथा सपा व कांग्रेस की तरह परिवारवादी पार्टी नहीं है और ना ही कभी बन सकती है। उन्‍होंने बिना नाम लिए कहा कि बसपा मूवमेंट के लिए जिस जुझारू, संघर्षशील, परिपक्व व किसी भी दबाव में ना झुकने व ना बिकने वाले नेतृत्व की आगे जरूरत होगी वह अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है और इसी मजबूरी के कारण पार्टी नेतृत्व को पार्टी हित में केवल आनंद कुमार को ही पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। जबकि उनके बेटे आकाश कुमार पढ़ाई की समाप्ति के बाद अपने पिता के कामों में हाथ बटाने के लिये उनके साथ रहते हैं तथा घर संभालते हैं। पार्टी में आकाश को कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गयी है।

झूठे वादों से जनता को ठगने वाली पार्टी बन गई भाजपा

वही भाजपा की ओर से जारी किए गए संकल्‍प पत्र पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा बार-बार झूठा वादा करके जनता को ठगने वाली बदनाम पार्टी बन चुकी है। केंद्र के साथ ही राज्‍य में भी बीजेपी की सरकार होने के बावजूद उन्‍होंने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। जनता पूरी तरह से इनसे त्रस्‍त हो चुकी है, जबकि भाजपा के लोग जनहित का काम करने की जगह विरोधी पार्टियों को भ्रष्‍ट साबित करने में लगी हुई हैं।

मीडिया पर भी साधा निशाना

उत्‍तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री ने अपनी बैठक में मीडिया पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि जातिवादी मानसिकता रखने वाले मीडिया के कुछ लोग बीएसपी मूवमेंट को नुकसान पहुंचाने के लिए मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास तथ्यहीन बातों को लेकर लगातार करते रहें हैं। आजकल यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि पार्टी संगठन में भाई और भतीजे को आगे करके  मायावती ने आगे की दो पीढ़ियों का प्रबंध कर दिया है, जो कि पूरी तरह से गलत है।

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जन्‍मदिन पर मुझे नहीं दे गिफ्ट, पार्टी को तन, मन धन से करें मजबूत

वहीं 15 जनवरी को मायावती के जन्‍मदिन पर मिलने वाले महंगे तोहफों को लेकर उठते सवालों को देखते हुए इस बार बसपा सुप्रीमो ने पहले ही प्रदेश भर के पदाधिकारियों को कोई गिफ्ट नहीं देने के लिए चेता दिया है। मायावती ने कहा कि जन्‍मदिन उन्‍हें उपहार कतई नहीं दिया जाये। इससे बीएसपी मूवमेंट का भला नहीं होने वाला है, बल्कि इसके बजाय लोग अपनी पार्टी को तन, मन, धन से मजबूत करके सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करें, यही उनके लिए कीमती तोहफा होगा।

गठबंधन मे दिखाई दिलचस्‍पी

वहीं चुनाव में गठबंधन की बात पर मायावती ने कहा कि जहां तक बीजेपी व अन्य साम्प्रदायिक पार्टियों को सत्ता में आने से रोकने के लिए विधानसभा व लोकसभा चुनाव में सेक्यूलर पार्टियों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल है तो बीएसपी इसके खिलाफ नहीं बल्कि इसकी पक्षधर है, परन्तु सम्मान जनक तरीके से तथा सम्मान जनक सीटों के आधार पर ही हमें यह गठबंधन मंजूर होगा।

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