फतेहपुर मकबरा तोड़फोड़ में शामिल नेता को सपा ने पार्टी से निकाला

फतेहपुर मकबरा
फतेहपुर मकबरे पर तोड़फोड़ करते लोग।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी स्थित फतेहपुर के एक मकबरे को हिन्दू संगठन ने मंदिर बताते हुए अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई की। इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेता पप्पू चौहान का नाम सामने आया है। अब बढ़ते विवाद के बीच सपा ने उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

यह जानकारी सपा के मीडिया सेल ने देते हुए बताया कि भाजपाई मानसिकता का कोई भी व्यक्ति जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हो एवं पीडीए से इतर विचारधारा रखता हो या समाजवादी पार्टी में रहकर भाजपा के इशारे पर काम कर रहा हो वो या तो तत्काल पार्टी छोड़ दे या उसे चिन्हित करके पार्टी से निष्कासित किया जाएगा। जबकि
सपा के यूपी अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने एक पत्र में कहा कि पप्पू सिंह चौहान पुत्र अभिमन्यु सिंह ग्राम रहिमालन का पुरवा पोस्ट जमरांवा विधानसभा 242, हुसेनगंज तहसील व जिला फतेहपुर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया जाता है।

वहीं फतेहपुर का मामला विधानसभा में भी उठा। विधानसभा के मानसून में हिस्सा लेने पहुंचे सपा नेताओं का दावा है कि पूरी घटना प्रायोजित थी और वहां रहने वाले लोगों का इसमें कोई हाथ नहीं था। फतेहपुर में मंदिर-मस्जिद विवाद पर सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा, फतेहपुर में अशांति आम लोगों ने नहीं फैलाई, बल्कि प्रशासन और भाजपा नेताओं ने इसे अंजाम दिया, लेकिन जनता उनके इरादों को समझती है। सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी ने कहा, यह भाजपा का एजेंडा है, और सभी असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाते हैं, स्थानीय समीकरणों में हेरफेर करते हैं, और अपने हितों की पूर्ति करते हैं।

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बता दें कि बीते दिन हुए उपद्रव को लेकर फतेहपुर पुलिस ने स्थानीय भाजपा नेता, बजरंग दल के नेता और सपा नेताओं समेत दर्जनों लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल की अगुवाई में ही मकबरे में पूजा करने के लिए हिंदू संगठन बढ़े थे। ऑन कैमरा भी भाजपा जिला अध्यक्ष ने माना था कि उनकी अगवाई में ही हिंदू संगठनों ने मकबरे में घुसकर पूजा की थी, हालांकि उनका नाम अभी एफआइआर में नहीं है। पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद बवालियों पर सख्त से सख्त एक्शन लेने की बात कही है।

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