आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपना दल कमेरावादी महिला मंच के तत्वावधान में सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने महिला सुरक्षा-आजादी संग सम्मानजनक रोजगार को लेकर शनिवार को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान पटेल के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने प्रदर्शन कर मांग को दोहराया। प्रदर्शनकारी हर महिला को सुरक्षा और आजादी दो, सम्मानजनक रोजगार दो, केजी से पीजी तक महिलाओं की शिक्षा निशुल्क करो, रोजमर्रा की वस्तुओं की महंगाई पर रोक लगाओ आदि के जमकर नारे लगाए।
बर्लिंगटन चौराहे पर जुटी अपना दल कमेरावादी महिला मंच की कार्यकर्ताओं का जुलूस जैसे ही विधानभवन की तरफ आगे बढ़ा, वहां पहले से मौजूद पुलिस प्रशासन ने रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक और झड़प भी हुईं, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को हिरासत में लेकर बसों में भरकर इको गार्डन भिजवा दिया।
इस दौरान प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही पल्लवी पटेल ने कहा कि साल 1999 में 23 अगस्त को इलाहाबाद के पी. डी. टंडन पार्क में अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल द्वारा आवाज उठाने पर बर्बर लाठीचार्ज और प्राणघातक हमला किया गया था। तभी से अपना दल हर साल दूसरी आजादी की प्रथम क्रांति के इस दिवस पर जनहित में आंदोलित रहता है। इस बार उत्तर प्रदेश की लखनऊ में आधी आबादी ने रसोई से लेकर खेत खलिहान, शिक्षा रोजगार के मुद्दों के साथ ही सुरक्षा एवं भागीदारी के लिए आंदोलन का बिगुल फूंका है। साथ हो कहा कि अपना दल कमेरावादी हर महिला की सुरक्षा, निःशुल्क शिक्षा, उचित रोजगार की मांग करता है।
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आगे ये भी कहा कि सामाजिक न्याय और भागीदारी के बिना वंचितों खासकर महिलाओं के हितों की रक्षा नहीं हो सकती। इसलिए हम केंद्र एवं प्रदेश सरकार से तत्काल जातिवार जनगणना की तिथि घोषित करने और वंचित वर्ग के साथ ही महिलाओं को भी आबादी के अनुपात में भागीदारी सुनिश्चित करने की ठोस नीति बनाने की मांग करते हैं। इस दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओं ने अपना दल के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल की हत्या की सीबीआई जांच की भी मांग उठाई।