आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज अपने पिता मुलायम सिंह यादव को याद कर उनके विजन की सराहना की। सपा मुखिया ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव ने जिस बड़ी सोच के साथ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी, वह आज सार्थक होती दिखाई दे रही है। ये विश्वविद्यालय अब ऐसे योग्य और संवेदनशील युवा विधिवेत्ताओं को तैयार कर रहा है, जो अपने ज्ञान का उपयोग समाज की भलाई और न्याय की स्थापना के लिए करना चाहते हैं।
सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्टकर अखिलेश यादव ने कहा कि इस संस्थान से निकल रहे युवाओं के विचारों और कार्यों में समाजवादी विचारधारा के मूल तत्व समानता, न्याय और मानवीयता स्पष्ट झलकते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि ये नई पीढ़ी के विधिज्ञ न केवल न्याय की परिभाषा को व्यवहार में उतारेंगे, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के वाहक बनकर देश को नई दिशा देंगे।
यह भी पढ़ें- लखनऊ: दीक्षांत समारोह में बोले भावी चीफ जस्टिस सूर्यकांत, केस जीतने से जरूरी न्याय मिलना
साथ ही कहा कि “सामाजिक न्याय का राज” समाजवादी पार्टी का बड़ा संकल्प है, जिसे पूरा करने में ऐसे ही युवाओं की भूमिका अहम होगी, जो अपने पेशे को सिर्फ करियर नहीं बल्कि समाजसेवा का माध्यम मानते हैं। अखिलेश यादव ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नेताजी के सपनों का भारत तभी बनेगा, जब न्याय के साथ समान अवसर और संवेदनशील शासन स्थापित होगा।




















