आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज अपना दूसरा बजट पेश करने वाली है। बजट पेश करने से पहले मुख्यंत्रमी योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट की बैठक बुलायी। ये इतिहास में पहली बार हुआ है कि जब बजट से पहले सरकार को कैबिनेट की अहम बैठक बुलानी पड़ रही है।
सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री की इस अहम बैठक का उद्देश्य बजट में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने से बचाना है, जिससे सरकार की किरकिरी न हो सके। यह बजट इसलिए भी अहम है, क्योंकि यह अब तक का का सबसे बड़ा बजट हो सकता है।
साथ ही बजट में कोई संसोधन करना हो तो पहले ही हो जाए। लिहाजा उन्होंने कैबिनेट की बैठक बुलाई है, ताकि मंत्रियों से अंतिम बार सलाह मशविरा किया जा सके और बजट में कोई कमी न रहे। ऐसा माना जा रहा है कि योगी सरकार के इस में पूरा फोकस युवा, किसान और गांवों पर होगा। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि केंद्र सरकार के बजट में ज्यादातर फोकस गांव और किसानों पर था।
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बता दें कि वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने गुरुवार को अपने बजट भाषण को अंतिम रूप दिया। सरकार की कोशिश खर्च कम करने और आय के श्रोत को बढ़ाने की होगी। इसके अलावा किसानों की आय दोगुनी करने, युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर होगा।
ऐसा माना जा रहा है कि इस बजट में 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का दबाव होगा। पिछले बजट में सरकार ने किसानों का कर्ज मांफ किया था। यूं तो बजट हर बार की तरह ज्यादा बड़े आकार में होगा, लेकिन इसके सामने योजनाओं को जमीन पर उतारने की बड़ी चुनौती भी होगी। इस बार का बजट चार लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर सकता है, जबकि पिछली बार का बजट 3.84 लाख करोड़ का था।
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